ग्राम समाचार, बौंसी, बांका।
विश्व की सबसे पुरानी सभ्यताओं में से एक है, भारत की बहुरंगी विविधता और समृद्ध संस्कृति विरासत। कहा जाता है कि, भारत का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है। बता दें कि, जब देश को सन 1950 में 26 जनवरी को संविधान मिला। इसके बाद भारत एक लोकतांत्रिक और गणतंत्र देश घोषित हुआ। इस दिन भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद ने 21 तोपों की सलामी के बाद देश को उसका संविधान सौंपा था। उसके बाद से हर साल यह दिन लोगों के लिए बेहद गौरवमई होता है। जिसे देशवासी हर्षोल्लास से मनाते हैं। इस विशेष मौके पर स्कूल, कॉलेजों व दफ्तरों में कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होता है। वहीं कई जगहों पर भाषण, वाद-विवाद व निबंध प्रतियोगिताएं भी कराई जाती है। इसी क्रम में आज दिनांक 26/01/2021 को बिहार कौशल विकास मिशन केंद्र, एंजल कंप्यूटर एजुकेशन सेंटर बौंसी के तत्वाधान में गणतंत्र दिवस के अवसर पर झंडोत्तोलन कार्यक्रम किया गया। जिसमें झंडोत्तोलन नेहरू युवा मेंटर यूथ क्लब अध्यक्ष मदन मेहरा एवं संस्थान के संचालक चंदन कुमार ने संयुक्त रूप से किया। सबसे पहले झंडोत्तोलन किया गया। फिर राष्ट्रगान जन गण मन गाया गया और झंडे को सलामी दी गई। भारत माता की जयकारे से
पूरा संस्थान प्रांगण गूंज उठा। वहीं छात्र छात्राओं ने भी गणतंत्र दिवस के बारे में अपने अपने विचार व्यक्त किए। वहीं मदन मेहरा ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि, आज देश को युवाओं की जरूरत है। जब देश गुलाम था तो, युवाओं ने ही देश को आजादी दिलाई। हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। क्योंकि इसी दिन भारत का संविधान लागू हुआ था। इसे हम सभी राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाते हैं और इस दिन
राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया गया है। वही सेंटर के निदेशक चंदन कुमार ने छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि, आज देश को नेताओं की नहीं, आप जैसे युवाओं की जरूरत है। क्योंकि युवा शक्ति ही देश की शक्ति है। इस अवसर पर सौरभ जैक, सोनू पासवान, सोहित दास, सपन कुमार देव, नीतीश कुमार, गुड्डू कुमार देव, टेरेसा बेसरा, सुनीता टूडू, मेरी हांसदा, फुलमनी मुर्मू, गीतांजलि भारती, फूलन देवी, सोनी कुमारी सहित अनेकों छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
कुमार चंदन, ग्राम समाचार संवाददाता, बौंसी।
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