ग्राम समाचार, दुमका। शुक्रवार बीआरसी भवन में प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी राजीव रंजन ने प्रभारी प्रधान अध्यापक कौशिक चंद्र एवं विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष गौरी बागती को विकास मद के वर्ष 18-19 एवं 19- 20 का खर्च का ब्यौरा के साथ उपस्थित होने का लिखित सूचना दिया था।उस आदेश के अनुपालन में कौशिक निर्धारित समय 11:00 बजे बीआरसी पंहुचा था । पारा शिक्षिका रमा रानी साहा उसके पति बाम साहा ग्राम के कई लोगो के साथ बीआरसी पंहुच कर बीईईओ एबं बीईईओ गठित जांच दल के डॉ मोहन ठाकुर, अनिमेष पात्र एवं दयामय मंडल के उपस्थिति में हो हंगामा कर जांच को प्रभावित कर दिया है। पारा शिक्षिका की पति बाम एस बी आई रानीश्वर शाखा में बिचोलिये का कार्य करता है। यहां बीईईओ ने कौशिक को 31 अगस्त को जांच दल के समक्ष उपस्थित होकर लेखा प्रस्तुत करने बोला था, पर उसे सूचना नहीं मिला था। बीईईओ ने शुक्रवार कौशिक को बीआरसी में सुनवाई के लिये बुलाया था। उस सुनवाई के नाम पर पारा शिक्षिका एवं उसके पति के द्बारा हो हंगामा किया गया हैं।पर बीईईओ एवं उपस्थित परियोजना कर्मियों ने चुप्पी साध कर शिक्षक को खुले आम प्रताड़ित कराया है। मिली जानकारी के अनुसार उस सुनबाई में खर्च का ब्यौरा को लेकर चर्चा न कर कौशिक को गाली गलौज कर पारा शिक्षिका के द्बारा एम डी एम एबं एस एम सी का बचत खाता को कब्जा कर रखने का बिषय को दबा दिया है।कौशिक ने बताया है, की बीईईओ ने पारा शिक्षिका को यहां एमडीएम एवं एस एम सी का दायित्व में बरकरार रखने के लिये तरह तरह का आरोप लगाकर प्रताड़ित कर रहा है ।जो भी हो बिना किसी निर्णय के जांच दल दुमका चले गये है। बीईईओ ने बताया हैं कि उस गांव के स्थिति को देख कर कौशिक को अन्य विद्यालय में भेजा जायेगा। इस पूरे घटना को देखने से स्पस्ट होता हैं कि पारा शिक्षिका को बिद्यालय में वित्तीय अधिकार देने के लिये परियोजना कर्मियों ने गेम खेला है ।
गौतम चटर्जी ग्राम समाचार रानीश्वर(दुमका)
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