राहत इंदौरी जी के बहुआयामी व्यक्तित्व उर्दू साहित्यकार, शायर, गीतकार, लेखक, सामाजिक व राजनीतिक चिंतक की चर्चा में रेवाड़ी के अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया l
सभा संचालक विनीता यादव ने इंदौरी साहब के बगावती तेवर को याद करते हुए उनकी प्रसिद्ध नज्म "सभी का खून है शामिल यहां की मिट्टी में, किसी के बाप का हिंदुस्तान थोड़ी है l" की युवा आंदोलन के संदर्भ में प्रासंगिकता की चर्चा की l युवा साथी योगेश ने "झूठे ने कहा है झूठे से सच बोलो" द्वारा अपनी भावनाएं व्यक्त की तो विकास यादव ने प्रचार तंत्र के झूठ से बचकर सच का साथ देने के जज्बे को जिंदा रखने का आग्रह किया l डॉ प्रीति ने युवाओं से राहत इंदौरी जी के सामाजिक मुद्दों व विचारों को जोश से आगे ले जाने का मार्ग दर्शाया l लक्ष्मण सिंह जांगिड़ ने इंदौरी साहब के व्यक्तित्व की साफगोई की चर्चा करते हुए उनकी नज्म "सलीका" की पंक्तियां सुनाई l बसंत कुमार ने राहत इंदौरी जी के प्रगतिशील विचारों को युवाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत बताया l आनंद यादव ने इंदौरी जी के बेखौफ विद्रोही स्वर को आज देश की आवाज बताया l वेदप्रकाश विद्रोही जी ने आज के लोकतंत्र व न्याय व्यवस्था पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आज हम इंदौरी जी की परिवर्तन की चिंगारी को आगे बढ़ाने का संकल्प लें l डीवाईओ के अजय सिंह ने कहा कि राहत इंदौरी जी को सच्ची श्रद्धांजलि सांप्रदायिक सोहार्थ व समाता के विचार को आगे ले जाने में है l श्रीमती बिन्दु यादव ने जीवन के हर पहलू को छूकर अपने अलग अंदाज में बयां करने व समय से आगे की सोच रखने के लिए इंदौरी राहत की सराहना की l कुसुम यादव एडवोकेट ने राहत साहब की बंटवारे के दर्द को बयान करती मशहूर नज्म "अपनी पहचान मिटाने का कहा जाता है" याद की l पूनम यादव ने राहत साहब की राजनीति के अपराधीकरण पर "चोरों की कद्र करो" पढ़ी व उनके निधन को साहित्य राजनीतिक, सामाजिक व सांस्कृतिक जगत की बड़ी क्षति बताया अ मित यादव ने प्रगतिशील शायर इंदौरी जी को युवा पीढ़ी का प्रेरणा स्त्रोत बताते हुए विश्वास दिलाया कि अब अंधेरा ज्यादा दिन काबिज ना रह सकेगा l विनीता यादव ने कार्यक्रम के समापन उनकी खूबसूरत पंक्तियां "मैं जब मर जाऊं तो मेरी अलग पहचान लिख देना, लहू से मेरी परेशानी पर हिंदुस्तान लिख देना" से किया l सभा में रणवीर सिंह, पवन कुमार एडवोकेट, रनबीर सिंह, अनिल कुमार एडवोकेट, सुमन यादव, राजेश कुमार, सतपल सिंह, पारस कुमार, मनोज आदि सभी ने अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए l
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