मक्का की बिजाई के लिए प्रयोग में आने वाली मशीन. |
ग्राम समाचार न्यूज : रेवाड़ी : जल संरक्षण की दिशा में सरकार की ओर से आमजन विशेष तौर पर किसानों के सहयोग से सार्थक कदम उठाए जा रहे हैं। जल जीवन मिशन के तहत जहां जनस्वास्थ्य विभाग के माध्यम से हर घर में नल से जल पहुंचाने की प्रक्रिया अमल में लाई जा रही है वहीं कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के माध्यम से मेरा पानी-मेरी विरासत महत्वाकांक्षी योजना से किसान जुड़ रहे हैं।
डीसी यशेन्द्र सिंह ने बताया कि जिले में मेरा पानी-मेरी विरासत योजना से किसान निरंतर जुड़ रहे हैं और विभाग की ओर से चलाए गए जागरूकता अभियान से किसानों का इस योजना के प्रति लगाव बढ़ रहा है। किसान इस मुहिम में लगातार जुड़ते हुए न केवल योजना का समर्थन कर रहे हैं बल्कि भूजल को बचाने का संकल्प भी ले रहे हैं। कृषि विभाग के आंकड़ों के अनुसार रेवाड़ी जिला में अब तक 859 किसानों ने इस दिशा में कदम बढ़ाते हुए धान की जगह दूसरी फसल लगाने का फैसला करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल की इस योजना को सराहनीय बताया है।
859 किसान बने मेरा पानी-मेरी विरासत योजना में भागीदार : डीसी
डीसी यशेन्द्र सिंह ने कहा कि हांलाकि रेवाड़ी में धान की फसल की जोत अन्य जिलों की तुलना में कम ही होती है फिर भी किसानों का मेरा पानी-मेरी विरासत योजना से जुडऩा सराहनीय है। उन्होंने कहा कि प्रगतिशील व जागरूक किसान दूसरे किसानों को भी जल संरक्षण के लिए प्रेरित करें। उन्होंने बताया कि जिला में अब तक 859 किसानों ने पार्टल पर रजिस्ट्रेशन करवाया है जिससे 2956 एकड़ में भूमि में अन्य फसलों की बुआई करने का लक्ष्य रखा गया है। कृषि विभाग द्वारा ऐसे किसानों की टीम बना कर वैरिफिकेशन की जा रही है और किसानों को इस मुहिम में जुडऩे की अपील के साथ-साथ जागरुक भी किया जा रहा है।
बाक्स एक :
किसान को सरकार दे रही है सात हजार रुपए प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि
कृषि विभाग के एसडीओ दीपक कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि 859 किसानों ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाया है। अब ये किसान कम पानी की जरूरत वाली कपास, बाजरा, मक्का, दालें व सब्जी बागवानी जैसी फसलों की बिजाई कर रहे हैं। इस योजना के तहत किसानों को सरकार द्वारा सात हजार रुपए प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि दी जा रही है। इसमें दो हजार रुपए रजिस्ट्रेशन करने के साथ ही किसान को दिए जाते हैं और शेष पांच हजार रुपए की राशि फसल तैयार होने पर ही दी जाएगी। एसडीओ ने बताया कि बाजरा, मक्का, बागवानी के लिए पंजीकरण चल रहा है।
बाक्स दो
मक्का बिजाई के लिए कृषि विभाग से लें मशीन
सहायक कृषि अभियंता दिनेश शर्मा ने बताया कि कपास व बाजरा बिजाई की मशीन जिले में पहले से ही उपलब्ध है। अब कृषि एवं किसान कल्याण विभाग हरियाणा की कृषि अभियान्त्रिकी शाखा द्वारा जिले में मक्का बिजाई की मशीन भेजी गई है। जो किसानों को प्रदर्शन हेतु फ्री में उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने बताया कि इसके लिए डीजल व ट्रैक्टर का प्रबंध किसान को स्वयं करना होगा। जो किसान फसल बिजाई के लिए ले जाना चाहता है वह सहायक कृषि अभियंता रेवाड़ी के कार्यालय में आवेदन पत्र के साथ आधार कार्ड की फोटो प्रति जमा करवाकर इस मशीन को मक्का बिजाई हेतु ले जा सकता है।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें