JVM से निष्कासित प्रदीप यादव और बंधु तिर्की कांग्रेस में हुए शामिल, दल-बदल कानून - विधानसभा अध्यक्ष के पाले में गेंद

ग्राम समाचार,  नई दिल्ली ।  झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) से निष्कासित विधायक प्रदीप यादव और बंधु तिर्की साेमवार को दिल्ली में कांग्रेस में शामिल हो गए। दिल्ली में सोमवार को कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में दोनों विधायकों ने कांग्रेस की सदस्‍यता ली। 

मौके पर प्रदीप यादव ने कहा- बाबूलाल मरांडी से असंतुष्ट झाविमो नेता और कार्यकर्ताओं के साथ पार्टी का विलय कांग्रेस में होगा। इसकी तिथि जल्द ही घोषित कर दी जाएगी। इधर, झाविमो प्रमुख बाबूलाल मरांडी 14 साल बाद सोमवार को भाजपा में शामिल हाे गए। उनके साथ झाविमो के कई पदाधिकारी भी भाजपा में शामिल हुए।

2006 में हुआ था झाविमो का गठन

प्रदीप यादव ने कहा कि रविवार को बैठक के दौरान पार्टी के पदाधिकारियों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि झाविमो का कांग्रेस में विलय होगा। 2006 में पार्टी का गठन हुआ था, जिसका उद्देश्य झारखंड के आदिवासी, पिछड़े, गरीबों को अधिकार दिलाया जाएगा। लड़ाई लड़ी गई अधिकार दिलाने के लिए। वो लड़ाई आज भी अधूरी है। इस लड़ाई में खलनायक भाजपा है, जिसने किसानों, गरीबों से जमीन छिनकर कॉर्पोरेट घरानों को दे रही है। इस लड़ाई को पूरा करने के लिए मंच चाहिए और कांग्रेस से अच्छा कोई मंच नहीं हो सकता है। हम दो विधायकों ने आदिवासियों-मूलवासियों के हित में झाविमो का कांग्रेस में विलय करने का फैसला किया है।

झाविमो के तीन में से दो विधायक हमारे साथ हैं: आरपीएन सिंह

झारखंड कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह ने कहा कि रविवार को रांची में बंधु तिर्की के आवास पर एक बैठक हुई थी, जिसमें वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल हुए। निर्णय लिया गया कि झाविमो का कांग्रेस में विलय किया जाएगा। इसे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने स्वीकार किया है। झारखंड विकास मोर्चा के तीन में से दो विधायक हमारे साथ हैं। इनके साथ कई पदाधिकारी भी है। जल्द ही झारखंड में बड़े कार्यक्रम के दौरान झाविमो का कांग्रेस में विलय कर दिया जाएगा। इसके लिए राहुल गांधी से भी आग्रह किया गया है। वहीं, बाबूलाल मरांडी के भाजपा ज्वाॅइन करने के सवाल पर आरपीएन सिंह ने कहा कि बाबूलाल मरांडी का मैं सम्मान करता हूं। उनके साथ किसी भी पदाधिकारी ने भाजपा ज्वाॅइन नहीं किया है।

सोनिया और राहुल गांधी पर हम आस्था और विश्वास रखते हैं: बंधु तिर्की

कांग्रेस के राष्‍ट्रीय मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि ये विधायक दल के नेता के तौर पर पूरे झाविमो का कांग्रेस में विलय है। उन्होंने कहा कि झारखंड में झाविमो के विलय का तमाशा रचा जा रहा है। बंधु तिर्की ने कहा कि भाजपा हमारे लिए आग है। 2006 में बाबूलाल मरांडी भाजपा से अलग हुए थे। इसका कारण था कि झारखंड में भाजपा की सरकार सबसे लंबे समय तक रही है। हर सेक्टर में कई परेशानियां हैं। 2014 में मैं झाविमो में शामिल हुआ था। जब मैं शामिल हुआ था तब बाबूलाल मरांडी भाजपा और गरीबों की लड़ाई, आदिवासियों की लड़ाई के लिए कुछ कहते थे और आज कुछ और बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी की कार्यकारिणी, जिला के पदाधिकारियों ने निर्णय लिया कि पार्टी का विलय कांग्रेस में किया जाएगा। सोनिया और राहुल गांधी पर हम आस्था और विश्वास रखते हैं। आनेवाले दिनों में हम कांग्रेस को मजबूत करेंगे और होंगे।

एक्सपर्ट व्यू: बाबूलाल की पार्टी का विलय ज्यादा सही

बिहार और झारखंड विधानसभा के निवर्तमान वरिष्ठ अधिकारी अयोध्या नाथ मिश्र ने कहा कि बाबूलाल मरांडी का भाजपा में विलय ज्यादा सही है। उन्होंने इसके लिए आवश्यक प्रक्रिया अपनाई। विधिवत सूचना निर्वाचन आयोग को दी। विधायकों के निष्कासन की विधिवत जानकारी स्पीकर को दी। जहां तक विधायकों के विलय का सवाल है तो यह स्पीकर पर निर्भर है। अब बंधु तिर्की और प्रदीप यादव का एकजुट होकर दो तिहाई विधायकों के विलय की शर्त पूरा करने की बात संवैधानिक नहीं होगी। हालांकि, बैकडेट में किए फैसले पर अंतिम निर्णय का अधिकार स्पीकर पर होगा।

दल-बदल कानून : विधानसभा अध्यक्ष के पाले में गेंद

झाविमो विधायक प्रदीप यादव और बंधु तिर्की भी कांग्रेस में शामिल हो गए। इसकी इन दोनों ने बार-बार साफ संकेत भी दे दिया था। उधर, बाबूलाल मरांडी भी पार्टी कार्यसमिति की बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित करा कर 17 फरवरी को झाविमो के भाजपा में विलय की घोषणा कर चुके थे। लेकिन विधानसभा में दल बदल मामला अभी भी बुरी तरह फंसा है। इसलिए प्रदीप यादव और बंधु तिर्की ने अगर विधानसभा में बाबूलाल मरांडी से पहले कांग्रेस में शामिल होने का स्पीकर को आवेदन दे दिया तो बाबूलाल मरांडी की राह वे आसान कर जाएंगे। दल-बदल कानून की फांस से बाबूलाल मरांडी को बचा ले जाएंगे। (एजेंसी रिपोर्ट)
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