भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) मुंबई ने अपने एमबीए कार्यक्रमों के लिए अभूतपूर्व आवेदन वृद्धि दर्ज की है। 2024 में जहां 13,534 आवेदन प्राप्त हुए थे, वहीं 2025 में यह संख्या तेजी से बढ़कर 5,59,887 हो गई। 4,034% की यह ऐतिहासिक वृद्धि आईआईएम मुंबई की प्रतिष्ठा और बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाती है, जो इसे भारत में व्यापार शिक्षा के शीर्ष केंद्रों में से एक बनाती है।
आवेदन में इस जबरदस्त वृद्धि के प्रमुख कारण
इस नाटकीय उछाल के पीछे कई महत्वपूर्ण कारण हैं:
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ब्रांड की मजबूत पहचान:
आईआईएम मुंबई की एक अग्रणी बिजनेस स्कूल के रूप में पहचान इसे छात्रों के लिए बेहद आकर्षक बनाती है। यहां के मजबूत एलुमनाई नेटवर्क और उत्कृष्ट प्लेसमेंट रिकॉर्ड भी बड़ी संख्या में उम्मीदवारों को आवेदन करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। -
विविध एमबीए कार्यक्रम:
आईआईएम मुंबई विभिन्न विशेषज्ञता वाले एमबीए पाठ्यक्रम प्रदान करता है, जिसमें सस्टेनेबिलिटी मैनेजमेंट (सतत प्रबंधन) जैसे नवीन कार्यक्रम भी शामिल हैं। इन पाठ्यक्रमों के माध्यम से छात्र अपने करियर लक्ष्यों और समाज की जरूरतों के अनुसार शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं। -
शानदार प्लेसमेंट सफलता:
संस्थान ने लगातार उच्च प्लेसमेंट दरें दर्ज की हैं, और हाल के बैच में 100% प्लेसमेंट हुआ है। यह रिकॉर्ड उम्मीदवारों को आश्वस्त करता है कि यहां से स्नातक होने के बाद बेहतर करियर संभावनाएं उपलब्ध रहेंगी। -
सस्टेनेबिलिटी पर ध्यान केंद्रित:
संस्थान द्वारा शुरू किए गए पर्यावरण और सामाजिक उत्तरदायित्व पर आधारित कार्यक्रम आज के युवाओं की मूल्यों और प्राथमिकताओं से मेल खाते हैं। इस कारण भी आईआईएम मुंबई के प्रति छात्रों की रुचि बढ़ी है।
भविष्य के उम्मीदवारों के लिए प्रभाव
आवेदन में इस भारी उछाल से आईआईएम मुंबई में प्रवेश प्रक्रिया और अधिक प्रतिस्पर्धी हो सकती है। इसलिए, भावी छात्रों को अपनी प्रोफाइल को मजबूत बनाने पर ध्यान देना होगा। इसके लिए:
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शैक्षणिक प्रदर्शन को उत्कृष्ट बनाए रखना आवश्यक होगा।
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प्रासंगिक कार्य अनुभव और नेतृत्व कौशल को विकसित करना फायदेमंद होगा।
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कॉमन एडमिशन टेस्ट (CAT) में उत्कृष्ट प्रदर्शन प्रवेश प्राप्त करने की संभावनाओं को बढ़ा सकता है।
आईआईएम मुंबई में आवेदनों की अभूतपूर्व वृद्धि केवल इसकी प्रतिष्ठा को ही नहीं दर्शाती, बल्कि भारत में व्यापार शिक्षा के बदलते परिदृश्य को भी उजागर करती है। इस बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच, यह साफ़ है कि शिक्षा क्षेत्र को और अधिक नवीनता एवं अनुकूलनशीलता अपनाने की आवश्यकता है, जिससे संस्थान योग्य और प्रतिभाशाली उम्मीदवारों को प्रवेश देने में सक्षम हो सकें।
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