ब्यूरो रिपोर्ट ग्राम समाचार बांका। कॉपर टी निकलवाने के नाम पर अवैध राशि मांगने और पैसे नहीं देने पर कॉपर टी आधा अधूरा छोड़ देने का मामला सामने आया है। मामला बौंसी रेफरल अस्पताल का है। जहां बौंसी प्रखंड के रोझावरण गांव निवासी शैलेंद्र यादव की पत्नी गुड्डी देवी अनचाहे गर्भाधान में इस्तेमाल किए जाने वाले कॉपर टी को निकलवाने के लिए रेफरल अस्पताल बौंसी आई थी। जहां कॉपर टी निकालने के नाम पर रेफरल अस्पताल की एएनएम के द्वारा अवैध राशि की मांग की गई। जिस बाबत पीड़िता ने जिला सहित विभिन्न जगहों में आवेदन देकर कार्रवाई करने की मांग की है। पीड़ित महिला ने आवेदन में बताया है कि, 14 सितंबर को उसने रेफरल अस्पताल बौंसी पहुंचकर कॉपर टी निकलवाने के लिए ड्यूटी पर तैनात तीन एएनएम चांदनी कुमारी, पिंकी देवी एवं सरोज भारती को जानकारी दी थी। पीड़ित महिला ने आरोप लगाया है कि, कॉपर टी निकलवाने के लिए रुपए की मांग की गई। साथ ही रुपए नहीं देने पर पहले आधा अधूरा कॉपर टी निकाल कर छोड़ दिया गया। इसके बाद पीड़ित महिला द्वारा ₹300 देने के बाद कॉपर टी निकालने का काम किया गया। मालूम हो कि, पूर्व में भी 5 जनवरी 2021 को रेफरल अस्पताल में प्रसव कराने आई एक प्रसूता के साथ अवैध रूप से पैसा वसूली के कारण मौत हो गई थी। मामले में बताया गया था कि, चिट्ठा कटवाने वक्त ₹10 की मांग की गई। विरोध करने पर कहा गया कि, आपका
रोगी यहां भर्ती नहीं होगा। ₹10 देकर चिट्ठा कटवाया गया था। प्रसूता की भर्ती होने के बाद 10 से 15 मिनट में नॉर्मल डिलीवरी हो गई थी। डिलीवरी होने के बाद मौके पर उपस्थित एएनएम सरोज भारती एवं जयमाला कुमारी ने मिठाई खाने के नाम पर ₹500 की मांग की थी। पैसा नहीं देने पर एएनएम ने प्रसूता के पेट में मुक्का मार दिया था। पेट में प्रहार के कारण ब्लडिंग शुरू हो गई थी। इस घटना की जानकारी डॉक्टर को देने पर भी डॉक्टर देखने नहीं आए थे। ऐसी स्थिति हो गई की प्रसूता को भागलपुर रेफर कर दिया गया था। एंबुलेंस कर्मी को जब बोला गया भागलपुर जाने के लिए तो उसके द्वारा स्नान करने एवं पूजा करने के बाद भागलपुर जाने की बात कही गई थी। इस लापरवाही के कारण भागलपुर ले जाने के क्रम में ही रास्ते में प्रसूता की मृत्यु हो गई थी। इसके बाद प्रसूता की मौत के मामले में दोषी पाए गए दो एएनएम को सस्पेंड करते हुए बिहार सेवा संगीत नियम 96 के तहत जीवन निर्वाह भत्ता देने की बात कही गई थी। कार्यवाही के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ति की गई थी। इस तरह का मामला बार-बार बौंसी रेफरल अस्पताल में आता है और अस्पताल प्रबंधन के द्वारा इस पर अंकुश नहीं लगाया जाता है। हालांकि कॉपर टी निकलवाने के नाम पर अवैध राशि मांगने के मामले में रेफरल अस्पताल प्रभारी डॉक्टर संजीव कुमार ने बताया कि मामले की पड़ताल की जा रही है।
कुमार चंदन,ब्यूरो चीफ,बांका।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें