अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज (श्री अन्न) वर्ष के तहत जिला प्रशासन द्वारा नाबार्ड के सहयोग से रविवार को मॉडल टाउन स्थित ए एस जी टावर की प्रथम मंजिल पर मोटा अनाज से बने व्यंजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ डीसी अशोक कुमार गर्ग ने किया। इस कार्यक्रम में नाबार्ड से प्रशिक्षित महिलाओं ने मोटे अनाज के लाजवाब व्यंजन बनाए जिनकी सभी ने जमकर तारीफ करते हुए इसे हर छोटे बड़े आयोजन में शामिल करने का आश्वासन दिया।
डीसी अशोक कुमार गर्ग ने कहा कि इस तरह के आयोजन से ही समाज में बेहतर बदलाव आता है। सही मायनों में मोटे अनाज से बने भोजन का विजन सरकार या प्रशासन का नहीं हर भारतीय के दिलों दिमाग में पहले सही रहा है। बदलते परिवेश में हमने असल खान पान को भूला दिया है, जिसके कारण अनेक तरह की बीमारियां हमारे शरीर को खराब कर रही है। मोटे अनाजों के सेवन से कई तरह के फायदे होते हैं। इन्हें खाने वाले लोगों में मोटापा, दिल की बीमारी, पाचन की समस्या कम होती है। इसके साथ ही ये कंट्रोल, एनीमिय, डायबिटीज से भी लड़ने में सहायक होते हैं। मोटे आनाज शरीर में कैल्शियम का कमी पूरा कर हड्डियों को मजबूत बनाने के साथ ही सर्दियों में शरीर को रखता गर्म रखते हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात ग्रामीण परिवेश से जुड़ी उन महिलाओं को ताकत मिलती है जिनके हाथों से यह व्यंजन तैयार होता है। हमारे भारतीय देसी खान पान तैयार करने का जो जादू ग्रामीण महिलाओं में हैं वह कहीं नहीं है। इसलिए सरकार ने बेहतर स्वास्थ्य के साथ साथ आत्मनिर्भर भारत बनने के विजन को पूरा करने के लिए 2023 को अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज के रूप में मना रही है। उन्होंने महिलाओं को विश्वास दिलाया कि उनके द्वारा किए जा रहे उत्पादों को सही बाजार मिले इसके लिए सामाजिक तौर पर भी सभी के सहयोग से कोई ना कोई योजना तैयार की जाएगी। इस मौके पर एसडीएम होशियार सिंह ने भी कहा कि आज होम डिलीवरी का समय है इसके लिए महिलाओं को प्रशिक्षित किया जाना जरूरी है। मोटा खाना मोटा सोचना हमारे स्वस्थ्य रहने का मूल मंत्र रहा है।
इस अवसर पर अलग अलग क्षेत्रों से आए प्रबुद्ध वर्गों ने इस आयोजन की जमकर सराहना की और अपने स्तर पर महिलाओं के उत्पादों को घर घर तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। कार्यक्रम में भारतीय प्राचीन परंपरागत खानपान पर शोध कर रही सुयशा गुप्ता ने बताया कि मोटे अनाज में वह तमाम ताकत हैं जिसके सेवन से गंभीर से गभीर बीमारियों से लड़ने की क्षमता हमारे शरीर में बनी रहती है। मंच का कुशल संचालन ब्रह्मप्रकाश भारद्वाज ने किया। कार्यक्रम के आयोजक दि लार्ड कृष्णा एजुकेशनल फाउंडेशन के चेयरमैन रतिराम ने महिलाओं की मौजूदा स्थिति पर विस्तार से जानकारी दी।
इस अवसर पर डीडीपीओ एचपी बंसल, उद्योगपति एवं समाजसेवी रिपुदमन गुप्ता, अजय मित्तल, हिंदू स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष रामकिशन भालखी, समाजसेवी एवं उद्योगपति एमपी गोयल, केएलपी कॉलेज प्रबंधक समिति के प्रधान अमित गुप्ता, होली चाइल्ड स्कूल के डायरेक्टर अनिरूद्ध सचदेवा, उद्योगपति चरत अग्रवाल, आरपीएस इंटरनेशनल स्कूल की प्राचार्य प्रीति लांबा, वरिष्ठ अधिवक्ता सचिन मलिक, जैन स्कूल प्रबंधक समिति के प्रधान प्रदीप जैन, रमेश मित्तल, डा. सीमा मित्तल, सुभाष राणा, जगदीश सोनी मारवाड़ी ज्वैलर्स, विनय बंसल, राजू गुप्ता, औद्योगिक क्षेत्र को संचालित करती आ रही है।
आरसीसीआई रेवाड़ी के अध्यक्ष विजय शर्मा, पूर्व अध्यक्ष सत्यनारायण शर्मा, अनुराधा यादव, नेहा शर्मा, अनिल यादव, विनोद जोशी, आर्ट आफ लिविंग से शक्ति, उर्मिला भारद्वाज, प्रवीन, डा. सोनिया, सुमन यादव समेत अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।
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