Pathargana News: त्याग और तपस्या की साक्षात मूर्ति हैं प्रभु श्री राम- आचार्य पवन जी महाराज





ग्राम समाचार, पथरगामा ब्यूरो रिपोर्ट:-  प्रखंड के सिद्ध पीठ मा चिहारी देवी के पवित्र प्रांगण में आदिशक्ति मां भगवती जगदंबा की आराधना के साथ-साथ सुंदर सरस संगीत में श्री राम कथा का आयोजन जो विगत दिनों से अनवरत रूप से होते हुए आ रहा है हजारों की संख्या में श्रद्धालु रामकथा रूपी गंगा में स्नान करके अपने इस काया को पवित्र करके और भगवान के चरणों की भक्ति को ग्रहण कर रहे हैं | भक्तों को कथा सुनाते हुए आचार्य ने बहुत ही मार्मिक प्रसंगों पर प्रकाश डालते हुए भगवान श्री राम के चरित्र चित्रण का जीवन में अनुसरण कर उनके बताए हुए मार्ग पर चल कर मनुष्य अपने जीवन को सुखमय एवं आनंदमय बना सकता है| मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम का जन्म से लेकर के जन्म के कुछ दिन बाद उन्हें ऋषि विश्वामित्र के साथ जाना पड़ा|

किसी तरह से विवाह संपन्न हुआ अयोध्या आए ही थे, राज्य तिलक की तैयारी चल रही थी कि उसी समय मंथारा रूपी कालरात्रि ने मां केकई के मति को ऐसे भ्रमित किया कि मिलना था अवध का राज्य और मिल गया वनवास लेकिन मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के मुख्य मंडल में जरा भी परिवर्तन नहीं था | ना उन्हें राज्य पाने की खुशी थी ना ही बन जाने का गम | वह वन को भी राज्य समझ लिए "पिता दिन्ह मोहि कानन राजू" को भी अपना राज्य समझ कर के और तुरंत अयोध्या के धन वैभव ऐश्वर्य को त्याग करके और वनवास की ओर प्रस्थान कर गए|

अमन राज संवाददाता पथरगामा:-

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Editor - भूपेन्द्र कुमार चौबे

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