ग्राम समाचार,चांदन,बांका। प्रखंड क्षेत्र के कुसुम जोरी पंचायत अंतर्गत ज्ञान भवन कड़वामारन में मंगलवार 27 दिसंबर को बिहार दलित विकास समिति एवं दलित मुक्ति मिशन के संयुक्त तत्वावधान में एक दिवसीय बुद्धिजीवी बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता संस्था के निदेशक महेंद्र कुमार रौशन ने किया। कार्यक्रम में झाझा एवं चांदन प्रखंड से लगभग 55 बुद्धिजीवी सक्रिय रूप से न केवल शामिल हुए, बल्कि हाशिये पर रहने वाले समुदाय के युवाओं को आगे बढ़ाने के लिए अपना अपना राय- सुझाव दिया। शिक्षा एवं साहित्य विषय के जानकार उड़िसा राज्य निवासी श्री सिनाई सुंदर नायक अपने वक्तव्य में बताया कि वर्तमान में दलित-आदिवासी युवाओं का मार्गदर्शन का दायित्व बुद्धिजीवी वर्ग की है। उन्होंने आगे बताया कि जो भी युवा सरकारी सेवा, जनप्रतिनिधि या अन्य सेवाओं में आगे बढ़े हैं या बढ़ने का प्रयास कर रहे हैं,उन्हें समाज
सुधार, समाज निर्माण, ऐतिहासिक पृष्टभूमि, समय व परिस्थिति के मूल्यांकन करने के सूत्र, सहयोगनात्मक विचार आदि की कमी दिखती है। बताते चले कि आज के युवाओं में उच्च शिक्षा पाने की सोच की कमी, मोबाईल-इंटरनेट का सही उपयोग की कमी, बड़े-बुजुर्गों को सम्मान देने में कमी, अपना करियर के निर्माण हेतु लक्ष्य निर्धारण की कमी, जल्दीवादी उबाऊ निर्णय आदि अन्य कमी अगर युवाओं में देखी जा रही है, तो हम बुद्धिजीवी वर्ग भी उतनाही दोषी हैं जितना युवा, उक्त बातें संस्था के निदेशक श्री रौशन ने कही। इस अवसर सामाजिक कार्यकर्त्ता व नेता जयनारायण त्यागी, कुसुमजोरी पंचायत के पूर्व मुखिया व पंचायत समिति सदस्य क्रमशः वीरेन्द्र दास, रीतलाल ताती, करहरा पंचायत के विकास मित्र सोहन दास, सुनीता देवी, रानी शर्मा, बलराम दास, बालों पुझार, रामू ताती, सिकन्दर ताती, घनश्याम दास, दिपक कुमार, बाबूलाल मरांडी, आदि अन्य लोगों ने भी अपना अपना विचार व्यक्त किया।
उमाकांत साह,ग्राम समाचार संवाददाता,चांदन।
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