ग्राम समाचार,बौंसी,बांका। बौंसी प्रखंड के धरमपुर गांव में आंगनबाड़ी केंद्र को भारी अनियमितता के बीच चलाया जा रहा है। बच्चों को कभी किसी दिन खिचड़ी, रसिया कुछ खाने को दे दिया जाता है। फल के नाम पर अमरूद, देवी-देवता के चढ़ावे की मिठाई बांटी जाती है। आज मध्यान भोजन नहीं बनने के बाबत सेविका अरुणा कुमारी ने बताया कि चापाकल खराब रहने के कारण मध्याह्न भोजन नहीं बन पाया है। कभी कहती है कि गांव में भोजन बनने के लिए दिए हैं। तो कभी कहती है सामान रखा हुआ है। धरमपुर गांव की महिला कांस्टेबल गिरिजा शर्मा ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्र के लिए उन्होंने जमीन दिया है। यहां जब अनियमितता देखते हैं तो भारी मन कचोटता है। अनियमितता को लेकर मुख्यमंत्री से लेकर विभागीय अधिकारियों को आवेदन दिया है। सहायिका नीलम देवी
को प्रताड़ित करने की बात कही गई है। गांव की गर्भवती महिला पूजा कुमारी व पुतुल कुमारी ने कहा कि कई महीनों बाद पिछले 13 जुलाई को टीएचआर में डेढ़ किलो चावल, तीन पाव दाल, एक से डेढ़ सौ ग्राम सोयाबीन बड़ी के अलावा कुछ नहीं मिला है। जबकि तेल, मसाला, नमक आदि बांटे जाने का प्रावधान है। गांव की सीता देवी ने जानकारी देते हुए बताया कि, उनकी दो पुतोह रिंकू देवी, रोमा देवी धात्री है। जिसे टीएचआर बांटे जाने के दिन स्वास्थ्य परीक्षण के लिए अस्पताल जाने के बाद लौटने पर टीएचआर से वंचित किया गया है। आंगनबाड़ी बच्चों में कारू राम की पुत्री गूंगी है। अजय सिंह का पुत्र प्रिंस कुमार सीताराम का पोता आंगनवाड़ी केंद्र में पढ़ता है। जिसे सरकारी लाभ से वंचित रहना पड़ रहा है। प्रभारी सीडीपीओ विभा कुमारी ने कहा कि धर्मपुर आंगनवाड़ी केंद्र की शिकायत मिली है। जिसका जांच के बाद आरोप सिद्ध होने पर कार्यवाही की जायेगी।
कुमार चंदन,ग्राम समाचार संवाददाता,बौंसी।
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