Bhagalpur News:बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर में प्रदेश के 22 जिलों से भाग लेने आये प्रशिक्षणार्थियों हेतु लगाया गया दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर
ग्राम समाचार, भागलपुर। बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर में प्रदेश के 22 जिलों से भाग लेने आये प्रशिक्षणार्थियों हेतु दो दिवसीय प्रशिक्षण बामेती, पटना प्रायोजित 200 किसानों, ग्रामीण युवकों, कृषि विभाग के कृषि तकनीकी प्रबंधक और प्रखंड तकनीकी प्रबंधक हेतु प्रशिक्षण प्रारम्भ हुआ। इस प्रशिक्षण का आयोजन प्रसार शिक्षा निदेशालय बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर के तत्वावधान में किया जा रहा है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि भागलपुर के अजय कुमार उपस्थित हुए। इस अवसर पर कुलपति डॉ आर.के.सोहाने, अधिष्ठाता स्नातकोत्तर डॉ एस.एन.सिंह, सह निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ आर.एन.सिंह के साथ-साथ डॉ रणधीर कुमार, अध्यक्ष, उद्यान विभाग (शाक व पुष्प), डॉ अभय मानकर, उप निदेशक प्रशिक्षण, बिहार कृषि विश्वविद्यालय उपस्थित थे। इस अवसर पर मुख्य अतिथि सांसद ने अपने संबोधन में 22 जिलों से भाग ले रहे प्रशिक्षणार्थियों को विश्वविद्यालय द्वारा दिये जा रहे इस कृषि के नवीनतम तकनीक संबंधित प्रशिक्षण से अधिक से अधिक लाभ लेने हेतु प्रेरित किया। इस अवसर पर कुलपति डॉ आर.के.सोहाने ने बताया कि इस ज्ञानवर्धक प्रशिक्षण में जो वैज्ञानिक प्रशिक्षण देंगे उनका अपने कार्य क्षेत्र में काफी विशिष्ठ अनुभव । जिससे आपलोगों को जानने- समझने में काफी सहूलियत होगी। उन्होंने खेती को व्यवसाय यानि उद्यम के रूप में अपनाने पर बल दिया। डॉ आर.एन.सिंह ने विश्वविद्यालय के आधुनिक एवं नवीनतम गतिविधियों पर विस्तार से बताया। इस अवसर पर उप निदेशक प्रशिक्षण डॉ अभय मानकर ने इस प्रशिक्षण के महत्व एवं उपयोगिता पर विस्तार से बताया। उन्होंने प्रशिक्षण में भाग लेने आये किसानों एवं युवाओं से आह्वान किया कि आप संगठित होकर कृषक उत्पादक संघ का गठन कर अपने कृषि उत्पाद को स्थानीय बाजार के साथ- साथ दुसरे जिलों एवं प्रदेश में बिक्री कर आप अधिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं। कृषक उत्पादक संघ के गठन उपरांत किसान भाईयों को अनेकों प्रकार के लाभ प्राप्त हो सकता है। फल, फुल एवं सब्जियों की खेती के साथ-साथ उसके बाजार- व्यवस्था एवं प्रबंधन संगठित रूप से कृषक उत्पादक संघ के माध्यम से ही कारगर रूप से लाभदायक हो सकता है। तकनीकी सत्र के अवसर पर डॉ अभय मानकर ने आम के वैज्ञानिक खेती एवं आधुनिकतम तकनीक पर विस्तार से बताया। उन्होंने सघन बागवानी, छत्रक प्रबंधन एवं पुराने बागों का जीर्णोद्धार पर विस्तार से बताया। डॉ शंभु प्रसाद ने विभिन्न फसलों के नवीनतम अनुसंधान और किसानों के लिये उपयोगी योजनाओं को अपनाकर लाभ उठाने पर बल दिया। डॉ एस.एन.राय ने किसानों से कम से कम रसायन व कीटनाशियों के उपयोग पर बल दिया एवं बाजार व्यवस्था पर विस्तार से प्रकाश डाला। इसके अलावा ई.पंकज कुमार ने कृषि में उपयोगी आधुनिक कृषि यंत्रों के उपयोग एवं रखरखाव पर विस्तार से बताया। उद्घाटन सत्र समारोह का संचालन डॉ शंभु प्रसाद द्वारा किया गया एवं धन्यवाद ज्ञापन विश्वविद्यालय के पी आर ओ डॉ रणधीर कुमार द्वारा किया गया।
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