Pakur News: पुलिस ने तीन अलग-अलग जगहों से लगभग 350 टन कोयला किया जप्त: एसपी

ग्राम समाचार, पाकुड़। पुलिस अधीक्षक मणिलाल मंडल के निर्देश पर नगर थाना क्षेत्र में कोयला चोरी पर अंकुश लगाने के लिए लगातार छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस टीम ने बुधवार को ताबड़तोड़ छापेमारी कर दुर्गापुर,आसनढीपा एवं पॉलटेनिक कॉलेज के पीछे गाँव से लगभग 350 टन कोयला बरामद किया है। बरामद कोयला को बीजीआर कंपनी को डंपर में लोड कर सौंपा गया है।एसपी मणिलाल मंडल ने कहा कि बीजीआर कंपनी द्वारा पचुवाड़ा कोल माइन्स, आलुबेड़ा से मालपहाड़ी ओ0पी0(नगर)क्षेत्र में अवस्थित लोटामारा रेलवे साइडिंग करीब 55 कि०मी० की दूरी है, के बीच में पड़ने वाले गाँव के ग्रामीणों को बिचौलियों एवं तथाकथित कुछ स्थानीय मुखिया द्वारा ग्रामीणों को मिठी बातें बोलकर भड़का कर उनसे जबरन कोयला उतरवाया जाता है।ग्रामीणों से विचौलियों द्वारा उतारे गये कोयला को ओन-पोन भाव में लेकर पश्चिम बंगाल में ऊंचे दामों में बेचा जाता है।जिससे विचौलियों एवं स्थानीय कुछ मुखिया मालामाल होते जा रहें है और गरीब ग्रामीण गरीब का गरीब रह जाता है।उक्त अवैध कारोबार की रोकथाम हेतु पाकुड़ पुलिस द्वारा लगातार छापामारी की जा रही है।इस अभियान के क्रम में ग्रामीणों द्वारा अवैध रूप से उतारे गये कोयला को जप्त किया गया है:- क्रमश:-दिनांक- 03.08.2020 को करीब 120 टन,दिनांक- 04.08.2020 को करीब- 425 टन एवं दिनांक- 05.08.2020 को करीब- 320 टन को ग्राम- दुर्गापुर,आसनढीपा, पॉलटेनिक कॉलेज के पीछे गाँव से उपरोक्त कोयला को विधिवत जप्त कर बीजीआर कंपनी के रेलवे साईडिंग पर सुपूर्द किया जा चुका है।इस दौरान एसपी ने पाकुड़ वासी से अपील करते हुए कहा है कि सभी निर्दोष ग्रामीण इस अवैध कारोबार में उन विचौलियों एवं स्थानीय मुखिया के बातों/बहकावे में न आयें एवं अपने बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ न करें,क्योंकि पुलिस अब उन सभी संलिप्त विचौलियों पर कठोर कार्रवाई करगी।


Share on Google Plus

Editor - रंजीत भगत, पाकुड़

ग्राम समाचार से आप सीधे जुड़ सकते हैं-
Whatsaap Number -8800256688
E-mail - gramsamachar@gmail.com

* ग्राम समाचार से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें

* ग्राम समाचार के "खबर से असर तक" के राष्ट्र निर्माण अभियान में सहयोग करें। ग्राम समाचार एक गैर-लाभकारी संगठन है, हमारी पत्रकारिता को सरकार और कॉरपोरेट दबाव से मुक्त रखने के लिए आर्थिक मदद करें।
- राजीव कुमार (Editor-in-Chief)

    Blogger Comment
    Facebook Comment

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें