भाजपा कार्यकर्ताओं ने सुनी प्रधानमंत्री की 68वीं मन की बात रेडियो कार्यक्रम
ग्राम समाचार, भागलपुर। भाजपा जिलाध्यक्ष रोहित पाण्डेय के आग्रह पर रविवार को भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री के मन की बात कार्यक्रम को अपने अपने घरों में सुधार। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगस्त महीने के आखिरी रविवार यानी आज 30 अगस्त को "मन की बात" कार्यक्रम के जरिए देश को संबोधित किया। इस दौरान पीएम ने देश को एक बार फिर आत्मनिर्भर भारत का संदेश दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने खिलौना इंडस्ट्री से आह्वान किया के वे आगे आएं और देश को आत्मनिर्भर बनाने में अपनी भूमिका अदा करें। मन की बात में पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना काल में नागरिकों में अपने दायित्वों का अहसास है। हर तरह के उत्सवों में लोग संयम बरत रहे हैं। देश में हो रहे हर आयोजन में जिस तरह का संयम और सादगी इस बार देखी जा रही है, वो अभूतपूर्व है। पीएम मोदी ने कहा कि हम बहुत बारीकी से अगर देखेंगे, तो एक बात अवश्य हमारे सामने आएगी- हमारे पर्व और पर्यावरण इन दोनों के बीच एक बहुत गहरा नाता है। बिहार के पश्चिमी चंपारण में सदियों से थारू आदिवासी समाज के लोग 60 घंटे के लॉकडाउन, उनके शब्दों में ‘60 घंटे के बरना’ का पालन करते हैं। प्रकृति की रक्षा के लिए बरना को थारू समाज के लोगों ने अपनी परंपरा का हिस्सा बना लिया है और ये सदियों से है। पीएम मोदी ने कहा कि आम तौर पर ये समय उत्सव का है। जगह-जगह मेले लगते हैं, धार्मिक पूजा-पाठ होते हैं। कोरोना के इस संकट काल में लोगों में उमंग और उत्साह तो है ही, मन को छू लेने वाला अनुशासन भी है। हमारे देश में इस बार खरीफ की फसल की बुआई पिछले साल के मुकाबले 7 प्रतिशत ज्यादा हुई है। मैं इसके लिए देश के किसानों को बधाई देता हूं, उनके परिश्रम को नमन करता हूं। किसानों की शक्ति से ही तो हमारा जीवन, हमारा समाज चलता है। हमारे पर्व किसानों के परिश्रम से ही रंग-बिरंगे बनते हैं। बच्चों के जीवन के अलग-अलग पहलू पर खिलौनों का जो प्रभाव है, इस पर राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भी बहुत ध्यान दिया गया है। खेल-खेल में सीखना, खिलौने बनाना सीखना, खिलौने जहां बनते हैं वहां की विजिट करना, इन सबको करिकुलम का हिस्सा बनाया गया है। हमारे देश में इतने आइडियाज हैं, इतने कॉन्सेप्ट्स हैं, बहुत समृद्ध हमारा इतिहास रहा है। क्या हम उन पर गेम्स बना सकते हैं? मैं देश के युवा टैलंट से कहता हूं, आप भारत में भी गेम्स बनाइए और भारत के भी गेम्स बनाइए। पूरे देश में सितम्बर महीने को पोषण माह (न्यूट्रिशन मंथ) के रूप में मनाया जाएगा। नेशन और न्यूट्रिशन का बहुत गहरा सम्बन्ध होता है। हमारे यहाँ एक कहावत है– 'यथा अन्नम तथा मन्न्म' यानी जैसा अन्न होता है, वैसा ही हमारा मानसिक और बौद्धिक विकास भी होता है। इस कार्यक्रम को जिला महामंत्री देवव्रत घोष, अभिनव कुमार, मुरारी पासवान, जिला उपाध्यक्ष दिलीप निराला, विपुल सिंह, पवन मिश्रा, विजय कुमार कुशवाहा, श्यामल किशोर मिश्रा, संतोष कुमार, मुकेश सिंह, गौरी शंकर सिंह उर्फ कनहाय मंडल, जिला मिडिया प्रभारी इंदु भूषण झा, महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष श्वेता सिंह, बबिता मिश्रा, शिक्षक प्रकोष्ठ जिला संयोजक प्रशांत विक्रम समेत अनेक कार्यकर्ताओं के द्वारा सामाजिक दूरी का ख्याल रखते हुए अपने अपने घर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 68 वीं मन की बात रेडियो कार्यक्रम को सुना गया।
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