ग्राम समाचार,बौंसी,बांका।बौंसी प्रखंड के बगडुम्बा गांव में 28 जुलाई मंगलवार को 2:00 बजे दिन मैं भारी बारिश हो रही थी। उसी बीच बगडुम्बा गांव निवासी बबलू दास उम्र 28 वर्ष पिता राम प्रसाद दास का वज्रपात की चपेट में आ जाने से मौके पर ही उसकी मृत्यु हो गई।
वहीं दूसरी ओर गांव के ही कलावती देवी उम्र 55 वर्ष पति होरिल दास खेत में रोपनी का काम कर रही थी, कि उसे भी बज्रपात ने अपनी चपेट में ले लिया। लेकिन कलावती देवी को वज्रपात का हल्का झटका ही लगा।
मालूम हो कि आए दिन सूबे में बड़ी मात्रा में वज्रपात के कारण काफी लोगों की मौत हो चुकी है। ग्रामीणों से पता करने के बाद पता चला कि गांव के ही गुरचरण पासवान के खेत में बबलू दास कुदाल चलाने का काम कर रहा था। वही ग्रामीणों ने यह भी बताया कि बबलू दास राम प्रसाद दास का इकलौता पुत्र था। बबलू दास की मां फूलो देवी का रो-रो कर बुरा हाल है। प्राप्त सूचना के आधार पर घटना के तुरंत बाद अस्पताल प्रभारी और प्रशासन को सूचना दिया गया प्रशासन ने आनन-फानन में एंबुलेंस भेजा गया। ग्रामीणों की सहायता से बबलू दास को एंबुलेंस में डालकर अस्पताल लाया गया। जहां डॉक्टर आरके सिंह के द्वारा जांच करने के बाद बबलू दास को मृत घोषित कर दिया। यह सुनते ही बबलू दास के मां बाप पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा और दोनों का रो रो कर बुरा हाल हो गया। वहीं बौंसी थाने ने मृतक के शरीर को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बांका भेज दिया। बबलू दास की मृत्यु पर एक खास मोहल्ले में शोक की लहर व्याप्त है।
वहीं दूसरी ओर गांव के ही कलावती देवी उम्र 55 वर्ष पति होरिल दास खेत में रोपनी का काम कर रही थी, कि उसे भी बज्रपात ने अपनी चपेट में ले लिया। लेकिन कलावती देवी को वज्रपात का हल्का झटका ही लगा।
मालूम हो कि आए दिन सूबे में बड़ी मात्रा में वज्रपात के कारण काफी लोगों की मौत हो चुकी है। ग्रामीणों से पता करने के बाद पता चला कि गांव के ही गुरचरण पासवान के खेत में बबलू दास कुदाल चलाने का काम कर रहा था। वही ग्रामीणों ने यह भी बताया कि बबलू दास राम प्रसाद दास का इकलौता पुत्र था। बबलू दास की मां फूलो देवी का रो-रो कर बुरा हाल है। प्राप्त सूचना के आधार पर घटना के तुरंत बाद अस्पताल प्रभारी और प्रशासन को सूचना दिया गया प्रशासन ने आनन-फानन में एंबुलेंस भेजा गया। ग्रामीणों की सहायता से बबलू दास को एंबुलेंस में डालकर अस्पताल लाया गया। जहां डॉक्टर आरके सिंह के द्वारा जांच करने के बाद बबलू दास को मृत घोषित कर दिया। यह सुनते ही बबलू दास के मां बाप पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा और दोनों का रो रो कर बुरा हाल हो गया। वहीं बौंसी थाने ने मृतक के शरीर को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बांका भेज दिया। बबलू दास की मृत्यु पर एक खास मोहल्ले में शोक की लहर व्याप्त है।
मदन कुमार झा, प्रखंड संवाददाता, ग्राम समाचार, बौंसी
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