रेवाड़ी आशा कार्यकर्ता यूनियन हरियाणा (रजि.नं.2074) सम्बंधित एआईयूटीयूसी जिला कमेटी रेवाड़ी की ओर से आज शहर के नेता जी सुभाष चन्द्र बोस पार्क रेवाड़ी में एक सभा की गई जिसमें सैकड़ों आशा कार्यकर्ताओं ने भाग लिया और अपनी मांगों एवं समस्याओं पर चर्चा की और अपनी मांगों का एक ज्ञापन ईमेल के माध्यम से माननीय मुख्यमंत्री महोदय हरियाणा सरकार, चण्डीगढ़ को प्रेषित किया। सभा की अध्यक्षता यूनियन की प्रधान राजबाला यादव ने की व संचालन जिला सचिव सन्तोष यादव ने किया ।सभा की शुरुआत एआईयूटीयूसी के संस्थापक, स्वतंत्रता सेनानी कामरेड शिबदास घोष की फोटो पर माल्यार्पण की व नेता जी सुभाष चन्द्र बोस की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की गई।
इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए एआईयूटीयूसी के राज्य अध्यक्ष कामरेड राजेंद्र सिंह एडवोकेट ने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकारों द्वारा लागू योजना राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत आशा कार्यकर्ता ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में कार्यरत है।रात दिन चौबीस घंटे काम करना पड़ता है, प्रसूता महिला के साथ अस्पताल जाना पड़ता है। अपने गांव शहर के निर्धारित कार्यक्षेत्र के अलावा भी विभाग द्वारा कार्य करवाए जाते हैं। परन्तु वेतन नाम मात्र 4000/- रुपए मासिक मानदेय मिलता है और कुछ काम के बदले में मद अनुसार प्रोत्साहन राशि मिलती है जो आज की महंगाई के दौर में बहुत ही कम है। उन्होंने मांग की कि आशा कार्यकर्ताओं बहुत ही मेहनत करती है सरकार उनकी मांगों को तुरंत पूरा करें।
प्रधान राजबाला ने कहा कि अनुबंधित स्टाफ की भांति सातवें वेतन आयोग का लाभ आशा/उषा कार्यकर्ताओं पर भी लागू किया जाए और न्यूनतम वेतन 26000/- रुपए (7वें वेतन आयोग में लागू न्यूनतम वेतनमान plus महंगाई भत्ता) प्रति माह दिया जाए। कोरोना काल में किए गए हमारे सराहनीय कार्य के लिए सरकार ने प्रत्येक आशा कार्यकर्ता को 5000/- एकमुश्त सहायता राशि देने की भी घोषणा की थी जो आज तक प्रदेश में किसी भी आशा कार्यकर्ता को नहीं मिली है। बिना किसी शर्त के, यह राशि तुरन्त जारी की जाए।दुर्घटना में मृत्यु होने पर परिवार को 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाए व घायल होने पर उचित मुआवजा दिया जाए ।सभी आशा कार्यकर्ताओं को आयुष्मान योजना का लाभ देकर बिमार होने पर फ्री इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई जाएं। सचिव सन्तोष यादव ने कहा कि रिटायरमेंट होने पर 5 लाख रुपए की एकमुश्त आर्थिक सहायता दी जाए ।आशा कार्यकर्ताओं की रिटायरमेंट की उम्र 65 वर्ष की जाए।ए एन एम के 25% पद आशा कार्यकर्ताओं से पदोन्नत करके भरें जाए।कुशल श्रमिक का दर्जा देकर साप्ताहिक अवकाश का नियम लागू किया जाएप्रत्येक सीएचसी/पी एच सी में आशा कार्यकर्ताओं के लिए मूल सुविधाओं से युक्त आराम गृह बनाए जाएं।सीएचसी/पी एच सी/स्वास्थ्य सैन्टर में आने जाने के लिए फ्री बस पास की सुविधा दी जाए।चूंकि हम सरकारी क्षेत्र में स्थायी प्रकृति के सरकारी काम करती हैं इसलिए आशा कार्यकर्ताओं को सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए।
सभा में गीता, नीलम, माया, दीपमाला, सोनू शर्मा, परमेश्वरी, सीमाबाई सुनीता, सुमन, सुनीता, पूनम यादव, मुकेश, पिंकी शर्मा, अनिता, सरला, नीतु, आशा देवी, किरण शर्मा आदि सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
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