रेवाड़ी, 22 मई। दिनेश कुमार पुत्र मेहर सिंह निवासी गांव झाड़ली द्वारा व्टï्सएप पर की गई शिकायत पर संज्ञान लेते हुए डीसी यशेन्द्र सिंह ने सीएमओ रेवाड़ी डा. कृष्ण कुमार व नोडल अधिकारी को मामले की जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के आदेश दिए हैं।
दिनेश कुमार ने डीसी को की गई शिकायत में लिखा है कि उनकी माता जी को बुखार होने पर 2 मई को रेवाड़ी स्थित नंदलाल यादव अस्पताल में चेकअप कराया था, जिस पर डाक्टरों ने बोला कि आपकी माता जी 2-3 दिनों में ठीक हो जाएगी। उन्हें एडमिट कराना होगा। जब उन्होंने डिस्चार्ज की बात पूछी तो 2-3 दिन का नाम ले देते। एक दिन उनके पिता जी को भी दिक्कत हो गई तो डाक्टरों ने उन्हें भी अस्पताल में एडमिट करने की सलाह दी।
दिनेश ने बताया कि उनकी माता जी को 10 दिन अस्पताल में एडमिट रखा गया और उनका कुल चिकित्सा खर्चा दो लाख 68 हजार रुपए व 25 हजार रुपए सीटी स्केन और खून टेस्ट के लिए। छुट्टïी मिली तो घर के लिए 14 हजार रुपए के टेबलेट व इंजेक्शन के अलग से लिए गए। इसी प्रकार उनके पिता जी को 3 दिन के लिए अस्पताल में एडमिट रखा और उनका बिल 53 हजार रुपए व 13 हजार रुपए सीटी स्केन और खून टेस्ट के लिए। छुट्टïी मिली तो घर के लिए 11 हजार रुपए के टेबलेट व इंजेक्शन के अलग से लिए गए। जब मैंने बिल मांगा तो डा. आरके यादव ने अगले दिन के लिए बोल दिया। मैं अगले दिन गया तब भी मुझे बिल नहीं दिया गया। मजबूर होकर उपायुक्त यशेन्द्र सिंह को अपनी शिकायत व्ट्सएप पर भेजनी पड़ी।
दिनेश कुमार ने डीसी से ईलाज के खर्च के बिल दिलवाने और यदि अस्पताल द्वारा हरियाणा सरकार द्वारा निर्धारित से अधिक रुपए वसूल किए हैं तो नंदलाल यादव अस्पताल पर कानूनी कार्यवाही की मांग की है। डीसी यशेन्द्र सिंह ने सीएमओ रेवाड़ी डा. कृष्ण कुमार व नोडल अधिकारी को मामले की निष्पक्ष जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के आदेश दिए हैं।
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