ग्राम समाचार, दुमका। शिकारीपाड़ा प्रखंड मुख्यालय स्थित ग्रामीण पेयजल आपूर्ति योजना संचालकों की मनमानी रवैया एवं विभागीय उदासीनता के कारण चार दिनों से बंद पड़ी है । इससे लाभान्वित होने वाले 3254 लोगों को शुद्ध पेयजल के लिए तरसना पड़ रहा है । यह महत्वकांक्षी योजना वित्तीय वर्ष दो हजार सत्रह-अट्ठारह में शुरू की गई है, जिसकी क्षमता 130000 लीटर है। लेकिन इसके अच्छे संचालन एवं विभागीय उदासीनता के कारण आए दिन योजना बंद हो जाती है । इसके पूर्व मुख्यमंत्री जनसंवाद ने मामला जाने के बाद पानी का आपूर्ति शुरू किया गया था लेकिन वर्तमान समय में बिजली का सभी स्विच एवं वायरिंग जल जाने के कारण पेयजल आपूर्ति ठप हो गया है।
क्या कहते हैं अधिकारी:- पेयजल आपूर्ति योजना की संचालिका सह जल सहिया सोनी देवी कहती है कि पेयजल एवं स्वच्छता विभाग को बार-बार सूचना देने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है पंचायत की मुखिया नमिता बास्की कहती हैं कि सोनी देवी एक आवेदन लेकर आई थी लेकिन उसमें क्या क्या गड़बड़ी है यह नहीं लिखा हुआ था और ना ही सोनी देवी का हस्ताक्षर था जिस कारण मैंने आवेदन को वापस कर दिया कि पहले जलसहिया हस्ताक्षर करें तभी हम इसे जिला में भेजूंगा।
प्रखंड जल स्वच्छता समिति के पदेन सचिव एवं कनीय अभियंता पेयजल स्वच्छता विभाग दिनेश एक्का कहते हैं कि मुझे इसकी लिखित शिकायत अभी तक प्राप्त नहीं हुई है लिखित शिकायत मिलने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी सरकार के इसी घिसी पिटी पटरी पर चल रही व्यवस्था के कारण वर्तमान समय में कोरोना संक्रमण काल में यहां के ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल नसीब नहीं हो पा रहा है।
सियाराम शरण सिंह ग्राम समाचार,शिकारीपाड़ा ।
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