ग्राम समाचार, दुमका। सदर प्रखंड दुमका के रानिबहाल पंचायत स्थित मुड़जोड़ा मौजा के आदिवासी विधवा सदनी हेम्ब्रम को आज तक पीएम आवास नहीं मिली है। पिछले चार साल से वह पंचायत कार्यालय का चक्कर काट कर थक हार गयी है। फुस के छत पर पानी टपकता है। छत पर प्लास्टिक टांग कर किसी तरह गुजारा कर रही हैं।सदनी के पति गिरीश सोरेन का 26 दिसंबर 12 को देहांत हो गया है । उसके देहांत के आठ साल के बाद हाल ही में प्रखंड कार्यालय से 115 लाभुकों का सूची निर्गत किया गया है। उस सूची के क्रमांक 123 में मृतक गिरीश का नाम है, जिसका पीएमवाई आई. डी . संख्या 3143278 है। स्वर्गीय गिरीश के उस परिवार सूची में पत्नी, सदनी, पुत्र सेनापती, गणपति एबं आशीष सोरेन का नाम दर्ज नहीं हैं ।
वह खेतिहर मजदूरी कर किसी प्रकार परिवार का गुजारा करती है। तीनों लड़का पढ़ाई करता है। विधवा के रोजगार पर परिवार का गुजर बसर होती है।रानिबहाल पंचायत के मुखिया सुजाता किस्कु ने बतायी है कि गिरीश के परिबर सूची में रानिबहाल गांव के गैर आदिवासी के पाल परिवार के लोगों का नाम जोड़ दिया है। बिगत एक दशक से गिरीश के उन पीएमवाई आई. डी . का लाभ उन गैर आदिबासी ले रहा है। दूसरी ओर परिवार सूची में गिरीश के पत्नी एवं पुत्रों का नाम दर्ज कराने को लेकर पंचायत सचिव सूरज यादव उदासीन बना है। मुखिया ने बतायी है कि सदनी अत्यंत निर्धारण आदिवासी विधवा है, परिवार सूची में नाम दर्ज कराकर उसे आवास उपलब्ध कराना आवश्यक है। इस आदिवासी विधवा को आवास उपलब्ध कराने को लेकर पंचायत सचिव के मनमानी को लेकर प्रखंड विकास पदाधिकारी राजेश कुमार सिन्हा से उनके मोबाईल नम्बर 9835144463 पर प्रतिक्रिया जानने की प्रयास करने पर सम्पर्क नहीं हुई है।
गौतम चटर्जी, ग्राम समाचार, रानीश्वर(दुमका)
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