ग्राम समाचार, पाकुड़। पाकुड़िया प्रखंड के बंगाली समुदाय के लोगों ने शनिवार को स्थानीय काली मंदिर में पूजा अर्चना कर बिपत्तारिणी पर्व मनाया । इस दौरान सुबह सुबह स्नानोपरांत उपवास रखकर महिलाओं ने पुरोहित बलराम बनर्जी की अगुवाई में मंदिर में आराधना की । कई महिलाओं ने इस दौरान दुर्गा मंदिर , सिंघवाहिनी मंदिर , मनसा मंदिरों में भी पूजा अर्चना की । इस दौरान 13 प्रकार के फूल , 13 प्रकार के फल , 13 प्रकार की मिठाईयां , 13 गिठ लगे लाल धागे , दुब घास के साथ बैदिक मंत्रोच्चार के बीच बिपत्तारिणी माता की पूजा आराधना की गई । इसके उपरांत 13 गांठ लगे लाल धागों को महिलाओं ने अपने बाएं एवं पुरुषों ने दाएं बांह में बांध कर माता का जयकार किया । इसे एक साल तक हाथों में बांधकर रखा जाता है तथा दूसरी पूजा के दौरान खोला जाता है । इस दौरान पुरोहित बलराम बनर्जी ने बताया कि बिपत्तारिणी माता की भक्ति भावना पूर्ण पूजा अर्चना से घरों में आकस्मिक बिपत्ति से माता रक्षा करती है । साथ ही इससे भक्त निरोग होने के साथ साथ अनायास आनेवाले मुश्किलों से बचे रहते हैं । साथ ही पूरा परिवार सुरक्षित रहता है । इधर प्रखंड के दुर्गापुर, राजदहा, बासितकुंडी, तलवा, मोगलाबांध, लखिपोखर, पलियादाहा, चौकिसाल , श्रीधरपाड़ा , परुलिया , रामदेवकुंडी , आलूदाहा , बंडिगा , श्यामसुन्दरपुर , सागबेडिया , बंनोग्राम आदि गांवों भी बंगाली समुदाय द्वारा बिपत्तारिणी पूजा निष्ठापूर्वक मनाये जाने की खबर है ।
ग्राम समाचार, विशाल कुमार भगत पाकुड़िया
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