ग्राम समाचार जामताड़ा : तेलंगाना से रांची रेलमार्ग फिर सड़क मार्ग से 21 अप्रवासी मजदूर शनिवार सुबह जामतड़ा पहुंचे। नारायनपुर, जामताड़ा व कुंडहित प्रखंड के मजदूर लॉक डाउन में तेलंगाना में फंसे थे। 21 अप्रवासी मजदूरों को बस से लाने के दौरान 10 मजदूरों का जत्था सबसे पहले नारायणपुर प्रखंड मुख्यालय पहुंचा।मोके पर स्थानीय अधिकारियों ने उनका स्वागत किया।फिर चिकित्सकीय जांच की प्रक्रिया पूरी करने के बाद सबों को उनके घर पहुंचाया गया। साबिन के चेहरों पर घर लौटने की प्रसन्नता साफ झलक रही थी।
नारायणपुर प्रखंड के कुल 10 लोग शनिवार की सुबह प्लस टू उच्च विद्यालय नारायणपुर के क्वारंटाइन सेंटर पहुंचे। वहां उनके स्वास्थ्य की जांच हुई। सभी स्वस्थ पाए जाने के बाद सभी को अपने-अपने घर में भेज दिया गया है। सबों को एम्बुलेंस से घर के दरवाजे तक छोड़ा गया। अपने को सामने देखा कर परिजनों में चौतरफा खुशी थी। सभी 10 अप्रवासी मजदूर लक्ष्मीपुर कुर्ता गांव के है। अधिकारियों ने प्रवासी मजदूरों को अगले 14 दिनों तक घरों पर होम क्वारंटाइन करने को कहा है।
बताते चले कि सभी मजदूर आईटी हैदराबाद में मजदूरी करते थे। निगमपल्ली स्टेशन से शुक्रवार की सुबह 5 बजे ट्रेन से लोग वहां से रवाना हुए थे। रात्रि 11 बजे हटिया रांची पहुंचे थे। सारी व्यवस्थाओं को यहां प्रखंड विकास पदाधिकारी महेश्वर प्रसाद यादव ,थाने के एसआई रंजीत कुमार और सामुदायिक स्वास्थ्य के नारायणपुर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अरविंद दास, केदार महतो अपने स्वास्थ्य टीम के साथ संभालते देखे गए। फिर बस यहां से जामताड़ा में अप्रवासियों को छोड़कर कुंडहित निकल गई। जामताड़ा व कुंडहित में मजदूरों की जांच की जा रही है। फिर उन्हें उनका घर छोड़ा जाएगा।
क्या कहते हैं अप्रवासी :
----मंजित हेम्ब्रम : इसी वर्ष सात फरवरी को रोजगार के लिए तेलंगाना गए थे। आइटी हैदराबाद में मजदूरी करते थे। लॉकडाउन में फंस गए थे। झारखंड सरकार की पहल पर घर वापस आकर अच्छा लग रहा है। सरकार का सहयोग भूलेंगे नही।
----धनेश्वर हेम्ब्रम : रोजगार के लिए तेलंगाना गए थे। वहां लॉकडाउन में वहां एक-एक दिन काटना मुश्किल हो रहा था। भोजन के लिए वहां सरकार से राशन मिल जाता था। ट्रेन में खाना और पानी की व्यवस्था थी।
----आनंद हेम्ब्रम : सरकार की विशेष ट्रेन से हमलोग निगमपल्ली से हटिया पहुंचे। सरकार बे ही टिकट की व्यवस्था करवाई थी। हटिया से नारायणपुर बस से पहुंचे। घर आकर सुकून मिला है।
- अरबिंद ओझा, ग्राम समाचार , जामताड़ा।
नारायणपुर प्रखंड के कुल 10 लोग शनिवार की सुबह प्लस टू उच्च विद्यालय नारायणपुर के क्वारंटाइन सेंटर पहुंचे। वहां उनके स्वास्थ्य की जांच हुई। सभी स्वस्थ पाए जाने के बाद सभी को अपने-अपने घर में भेज दिया गया है। सबों को एम्बुलेंस से घर के दरवाजे तक छोड़ा गया। अपने को सामने देखा कर परिजनों में चौतरफा खुशी थी। सभी 10 अप्रवासी मजदूर लक्ष्मीपुर कुर्ता गांव के है। अधिकारियों ने प्रवासी मजदूरों को अगले 14 दिनों तक घरों पर होम क्वारंटाइन करने को कहा है।
बताते चले कि सभी मजदूर आईटी हैदराबाद में मजदूरी करते थे। निगमपल्ली स्टेशन से शुक्रवार की सुबह 5 बजे ट्रेन से लोग वहां से रवाना हुए थे। रात्रि 11 बजे हटिया रांची पहुंचे थे। सारी व्यवस्थाओं को यहां प्रखंड विकास पदाधिकारी महेश्वर प्रसाद यादव ,थाने के एसआई रंजीत कुमार और सामुदायिक स्वास्थ्य के नारायणपुर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अरविंद दास, केदार महतो अपने स्वास्थ्य टीम के साथ संभालते देखे गए। फिर बस यहां से जामताड़ा में अप्रवासियों को छोड़कर कुंडहित निकल गई। जामताड़ा व कुंडहित में मजदूरों की जांच की जा रही है। फिर उन्हें उनका घर छोड़ा जाएगा।
क्या कहते हैं अप्रवासी :
----मंजित हेम्ब्रम : इसी वर्ष सात फरवरी को रोजगार के लिए तेलंगाना गए थे। आइटी हैदराबाद में मजदूरी करते थे। लॉकडाउन में फंस गए थे। झारखंड सरकार की पहल पर घर वापस आकर अच्छा लग रहा है। सरकार का सहयोग भूलेंगे नही।
----धनेश्वर हेम्ब्रम : रोजगार के लिए तेलंगाना गए थे। वहां लॉकडाउन में वहां एक-एक दिन काटना मुश्किल हो रहा था। भोजन के लिए वहां सरकार से राशन मिल जाता था। ट्रेन में खाना और पानी की व्यवस्था थी।
----आनंद हेम्ब्रम : सरकार की विशेष ट्रेन से हमलोग निगमपल्ली से हटिया पहुंचे। सरकार बे ही टिकट की व्यवस्था करवाई थी। हटिया से नारायणपुर बस से पहुंचे। घर आकर सुकून मिला है।
- अरबिंद ओझा, ग्राम समाचार , जामताड़ा।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें