ग्राम समाचार, बोआरीजोर(गोड्डा)।गोड्डा जिला के ललमटिया थाना क्षेत्र ललमटिया सिद्धू कानू चौक की प्रतिमा पर पर खूब लगाए जा रहे हैं तरह-तरह के पोस्टर।
प्रतिमा पर पोस्टर लगाना, सिद्धू कान्हू की प्रतिमा का शोभा को पूरी तरह से ध्वस्त कर देने जैसा ही हो रही है। इन प्रतिमा को सम्मान करने के बदले तरह-तरह के पोस्टर लगाकर उनकी गरिमाओं को गिराए जा रहे हैं। इन महान सपूतों के प्रेरणा स्रोत के कई सच्चाई भी है। अगर 1857 में संथाल विद्रोह नहीं होता तो एसपीटी एक्ट नहीं होता। आज उसकी प्रतिमाओं पर तरह-तरह के पोस्टर तो लगाए जाते ही हैं लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण बात तो यह भी है कि इन महान वीर सपूतों को इतिहास के पन्नों से भी गायब करते नजर दिख रहे हैं। उनकी प्रतिमा पर गरिमा गिरती नजर दिख रहा है।
प्रतिमा पर पोस्टर लगाना, सिद्धू कान्हू की प्रतिमा का शोभा को पूरी तरह से ध्वस्त कर देने जैसा ही हो रही है। इन प्रतिमा को सम्मान करने के बदले तरह-तरह के पोस्टर लगाकर उनकी गरिमाओं को गिराए जा रहे हैं। इन महान सपूतों के प्रेरणा स्रोत के कई सच्चाई भी है। अगर 1857 में संथाल विद्रोह नहीं होता तो एसपीटी एक्ट नहीं होता। आज उसकी प्रतिमाओं पर तरह-तरह के पोस्टर तो लगाए जाते ही हैं लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण बात तो यह भी है कि इन महान वीर सपूतों को इतिहास के पन्नों से भी गायब करते नजर दिख रहे हैं। उनकी प्रतिमा पर गरिमा गिरती नजर दिख रहा है।
-ग्राम समाचार,बोआरीजोर(गोड्डा)।
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