हरियाणा संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन AIKKMS के कार्यकर्ताओं ने गांव निमोठ में हरियाणा सरकार के "संपत्ति क्षति पूर्ति कानून" अर्थात आंदोलनकारियों से प्रॉपर्टी के नुकसान की भरपाई करने के जनविरोधी कानून की प्रतियों को फाडकर तथा इस कानून को रद्द करने की मांग की।
इस अवसर पर संगठन के किसान नेता रामकुमार नीमोठ ने कहा कि यह कानून चल रहे ऐतिहासिक किसान आंदोलन को कुचलने के मकसद से बनाया गया है। सरकार चाहती है कि देश में कोई भी सरकार के खिलाफ आवाज ना उठाएं, चाहे सरकार कितना ही जन विरोधी कार्य क्यों ना करें। यह लोकतंत्र की हत्या करने का प्रयास है जो सफल नहीं होगा।
प्रदर्शनकारियों ने "जनविरोधी काला कानून रद्द करो", "फासीवादी हरियाणा सरकार मुर्दाबाद", "अंग्रेजी राज के कानून नहीं चलेंगे", "जनवादी अधिकारों का गला घोटना बंद करो", "संपत्ति क्षति पूर्ति कानून रद्द करो", "किसान मजदूर एकता जिंदाबाद","कॉरपोरेट की दलाली करना बंद करें रामकुमार ने आगे बताया कि हरियाणा विधानसभा में पारित इस खतरनाक विधेयक के खिलाफ आवाज उठाते रहेंगे। यह कानून जनतंत्र, बोलने की आजादी तथा संविधान की बुनियादी मान्यताओं पर हमला है। इस अवसर पर राजबीर हीरा सिंह सुनील लालू आदि अन्य साथी उपस्थित थे।
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