केंद्र सरकार द्वारा लाये गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ और एमएसपी के लिए कानूनी गारंटी लिए किसान कई महीनों से किसान संघर्ष कर रहे हैं। किसान अपनी फसलों के मूल्य को लेकर चिंतित है। किसानो का कहना है कि एफसीआई सहित प्रमुख खरीद एजेंसियां खरीद से दूर भाग रही हैं। इन सब बातों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर सोमवार को एफसीआई दफ्तरों और गोदामों का घेराव किया गया और राष्ट्रपति के नाम डीएम को ज्ञापन सौपा गया। रेवाड़ी में सोमवार को संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान किसानो की और से एफसीआई के दफ्तरों का घेराव किया गया और गोदाम के बाहर धरना देकर प्रदर्शन व नारेबाजी की गई। किसानो ने रेवाड़ी एफसीआई के डीएम जितेंद्र नारा को राष्ट्रपति के नाम एक मांग पत्र सौंपा गया। किसानो ने सीधे तौर पर सरकार के कृषि कानूनों को गलत बताया है और कहा है कि इन कानूनों के बनने से एफसीआई खरीद एजेंसी कमजोर होगी इसलिए एफसीआई बचाओ दिवस मनाते हुए किसानो की और से गोदाम के बाहर डेढ़ घंटे का सांकेतिक प्रदर्शन किया गया।
Rewari News : किसानो की और से एफसीआई दिवस मनाते हुए दफ्तर और गोदामों के बाहर धरना प्रदर्शन कर ज्ञापन सौपा गया
किसान नेता रामकिशन महलावत और भाकियू जिला प्रधान समय सिंह ने कहा कि सरकार के समक्ष एफसीआई कार्यालयों की घेराबंदी के माध्यम से अपनी मांगें रख रहे हैं। अगर ये मांगें तुरंत पूरी नहीं हुईं तो संघर्ष तेज किया जाएगा।
1. गेहूं की खरीद के लिए जमाबन्दी जमा करने के फैसले को वापस लिया जाना चाहिए। फसल का भुगतान काश्तकार को किया जाना चाहिए।
2. सीधे बैंक खाते में भुगतान की व्यवस्था वर्तमान समय में वापस की जानी चाहिए। इसे जल्दबाज़ी में लागू करने से कई जटिल समस्याएं पैदा हो सकती हैं जो किसानों को फसल की कीमत चुकाने में बाधा उत्पन्न करेंगी।
3. निर्धारित एमएसपी पर पर या उससे ऊपर के मूल्य पर ही खरीद की जानी चाहिए और उस कीमत से नीचे के खरीददारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
4. भारत सरकार FCI का लगातार बजट कम कर रही है। साथ ही, एफसीआई के खरीद केंद्रों को कम कर दिया गया है। हम मांग करते हैं कि एफसीआई के लिए पर्याप्त बजट उपलब्ध कराया जाए और इसका पूरा उपयोग किया जाए।
5. लाखों करोड़ो लोगों के लिए भोजन का स्रोत एफसीआई के माध्यम से पीडीएस सेवा है। सरकार द्वारा भंडारण जारी रखा जाना चाहिए और सुचारू रूप से चलना चाहिए ताकि लोगों को भूख से पीड़ित न होना पड़े।
6. किसान की फसल खरीद की प्रक्रिया को न्यूनतम समय मे पुरा किया जाना चाहिए। बारदाना और अन्य सुविधाओं की कमी के कारण किसानों को किसी समस्या का सामना न करना पड़े।
7. एफसीआई के कच्चे कर्मचारियों से पक्के किये जाए और रिक्त पदों को भरा जाना चाहिए।
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