रेवाड़ी, 6 अप्रैल। डीसी यशेन्द्र सिंह ने खरीद एजेंसियों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि मंडियों से फसलों का समय पर उठान सुनिश्चित किया जाएं। उन्होंने कहा कि मंडियों पर परिवहन की व्यापक व्यवस्था हो और यदि कोई ट्रांसपोर्टर 48 घंटों के भीतर फसल का उठान नहीं करता है तो उस पर पैनेलिटी भी लगाई जाएं।
उपायुक्त यशेन्द्र सिंह ने मंगलवार को अनाज मंडी रेवाडी का निरीक्षण किया तथा फसल खरीद कार्य का जायजा लिया। इस मौके पर डीसी घुढकावास गांव के किसान की गेहूं की ढेरी पर पहुंचे तथा उनसे मंडी की व्यवस्था के बारे में जानकारी ली। डीसी यशेन्द्र सिंह ने इस अवसर पर डिजीटल मोस्चर मीटर के द्वारा गेहूं की नमी को भी जांचा।
उन्होंने कहा कि एक अप्रैल से जिला की तीनों मण्डियां नामत: रेवाड़ी, कोसली व बावल में गेहूं की सरकारी खरीद का कार्य शुरू हो चुका है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष की खरीद प्रक्रिया के दौरान राज्य सरकार ने किसानों के खातों में सीधे शत-प्रतिशत ऑनलाइन भुगतान करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि मंडी में आने वाले किसानों को खाने, ठहरने व पीने के पानी की कोई समस्या नहीं आनी चाहिए।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कोविड-19 के मद्देनजर खरीद कार्यों में लगे लोगों के स्वास्थ्य जोखिम को कम करने के लिए पहले की तरह पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि प्रत्येक खरीद केंद्र पर कोविड-19 सुरक्षा प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जाए। उन्होंने मार्किट कमेटी के सचिव को निर्देश दिए कि मंडी में बिजली, पानी व सफाई की व्यवस्था सही ढ़ंग से हो।
मार्किट कमेटी के सचिव सत्यप्रकाश ने बताया कि किसानों को 10 रूपए में खाना अटल कैन्टीन में दिया जा रहा है उनके बैठने के लिए किसान भवन में व्यवस्था की गई है। पीने के पानी के लिए मंडी में 7 वाटर कूलर लगाए गए है।
इस अवसर पर एसडीएम रेवाडी रविन्द्र यादव, डीडीपीओ एचपी बंसल, हैफेड के अमरजीत, ऑक्सन रीडर भारत, मंडी सुपरवाईजर नरेश, मंडी उप-प्रधान राजेन्द्र प्रसाद, आढती अंकित भी उपस्थित रहें।
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