रेवाडी, 20 मार्च। जिला सचिवालय सभागार में शनिवार को राजस्व विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों का एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
डीसी यशेन्द्र सिंह ने राजस्व विभाग की कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए कहा कि राजस्व कार्यो की जानकारी न होने के कारण कई बार अधिकारी मामले को लम्बित रखते है। यदि राजस्व कार्यो का ज्ञान बारिकी से हो तो स्वयं व लोगों के लिए अच्छा होगा। उन्होंने कहा कि इस कार्यशाला का आयोजन इसलिए कराया गया है कि हमारे जिले को कई राजस्व अधिकारी नए मिले है तथा रीडरों को भी अच्छा ज्ञान हो इसके पीछे हमारा यह मकसद है। उन्होंने कहा कि नए अधिकारी प्रशिक्षण के दौरान कई बार समय अभाव के कारण कई पहलुओं को नहीं छू पाते जिनका सर्विस में आगे परेशानियों का सामना करना पड़ता है। डीसी ने कहा कि राजस्व विभाग का पटवारी रीड की हडडी होती है। उसके पास इलाके की सभी जानकारी होती है। कार्यशाला को संबोधित करते हुए राजस्व विभाग के सेवानिवृत अधिकारी बारूराम मलिक ने कहा कि राजस्व अधिकारी प्रशासन की नींव होते है। राजस्व अधिकारियों का कार्य नागरिकों से सीधे तौर पर जुड़ा होता है। अत: उनसे अपने कार्यों में पूरी सजगता व गंभीरता की अपेक्षा की जाती है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को जिला की भू-राजस्व संहिता व दंड संहिता पर अच्छी पकड़ होनी चाहिये। उन्होंने कहा राजस्व विभाग का कार्य काफी विस्तृत है। इसे व्यवस्थित रूप से करने के लिये नियमों और प्रक्रियाओं की समझ जरूरी है। उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग में नीचले स्तर पर काम सही हो जाएं तो ऊपर कोई समस्या नहीं आती। उन्होंने कहा कि बटवारें के केस राजस्व अधिकारी आपसी सहमत से सुलझा सकता है। इससे लोग कोर्ट में पैसे व समय की बर्बादी से बच सकता है। उन्होंने भू-राजस्व संहिता के अंतर्गत विभिन्न धाराओं के तथा इसके तहत आने वाली व्यवहारिक दिक्कतों व उसके समाधान पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने राजस्व न्यायालय व कार्यालय से संबंधित प्रक्रियाओं के बारे में जानकारी देेते हुए उससे जुड़े रिकार्ड व पंजियों के नियमित संधारण पर जोर दिया। एसडीएम कुशल कटारिया ने इस अवसर पर कहा कि पटवारी व ग्राम सचिव के कार्य ठीक हो तो आगे कोई समस्या नहीं आती।
इस अवसर पर एसडीएम कोसली कुशल कटारिया, एसडीएम रेवाडी रविन्द्र यादव, एसडीएम बावल संजीव कुमार, सीटीएम रोहित कुमार, डीआरओ विजय यादव, डीडीपीओ एचपी बंसल, तहसीलदार मनमोहन, प्रदीप देशवाल, जितेन्द्र, नायब तहसीलदार निशा, अरूणा, सौरभ व अस्तित्व सहित राजस्व विभाग के सभी रीडर ने इस कार्यशाला में भाग लिया।
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