धारूहेड़ा और रेवाड़ी गौ रक्षक दल के सदस्यों ने वंदना पोपली के आवास पर पहुंचकर मुलाकात की तथा धारूहेड़ा में चल रहे नंदीग्राम गौशाला में नंदी उपचार कार्यशाला के लिए प्रस्ताव रखा वंदना पोपली ने उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया व उनके जोखिम भरे कार्य को सराहते हुए कहा कि गोसेवा से बड़ी कोई सेवा नही है भारत की आत्मा भारत की संस्कृति है और भारत की संस्कृति का आधार गाय है । हर यज्ञ का अनुष्ठान गोमाता पर ही केंद्रित रहता है ।
ये वही मातृभूमि है जहाँ राम और कृष्ण ने जीवन पर्यंत गोसेवा की । वन्दना पोपली ने कहा कि इस टीम द्वारा गोवंश की तस्करी होने से रोकना व चोटिल गोवंश का उपचार कर उनको गऊशाला पहुचाना बहुत ही पुनीत कार्य हैं । इस अवसर मिलने वालों में गौरव, मोनू मानेसर की टीम के सदस्य व धारूहेड़ा टीम के सदस्यों में अश्वनी सैन, रिंकू, गोपाल,पवन, विजय, संजय, रघुवीर, नितिन, ऋतुराज, अनीश, सुमित रामपुर इत्यादि उपस्थित थे ।
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