ह्युमाना पीपल टु पीपल संस्था की ओर से गांव झाड़ली जिला झज्जर में सद्भावना कार्यक्रम किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता पुष्पा देवी बिस्त प्रोजेक्ट लीडर के द्वारा की गई आज के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के तौर पर कैलाश चंद एडवोकेट रेवाड़ी को अमंन्त्रित किया,
कार्यक्रम में कैलाश चंद एडवोकेट ने महिलाओं को शिक्षा के प्रति जागरूक करते हुए बताया कि आज के समय में शिक्षा से बढ़कर कुछ भी नहीं है किसी भी राष्ट्र, समाज व परिवार ने तरक्की की है तो वह सिर्फ एकमात्र शिक्षा के माध्यम से ही तरक्की की है, और बताया कि कैलाश चंद एड्वोकेट काफी समय से गरीब परिवारों के बच्चों की निजी स्कूलों में निशुल्क शिक्षा नियम 134 ए के हकों की लड़ाई लड़ रहे हैं, आप भी अपने बच्चो को निशुल्क शिक्षा दिलवा सकते हैं जिस बारे जरूरी दस्तावेजो बारे अवगत करवाया और कहा कि कोई भी निजी स्कूल किसी बच्चे के साथ भेदभाव करता है तो वे पीड़ित बच्चो की निःशुल्क सहायता करेंगे, आज के कार्यक्रम में असंगठित मजदूरों बारे कहा कि वे भवन निर्माण मजदूर कार्यालय से रजिस्ट्रेशन करवाकर योजनाओं का लाभ ले सकते है, और बताया कि भवन निर्माण मजदूर रागिस्ट्रेशन करवा कर मातृत्व लाभ कन्यादान राशि महिलाओं के स्वयं के लिए वस्त्रों की राशि, बच्चों की शिक्षा खर्च राशि, मकान बनाने के लिए राशि पेंशन राशि, भ्रमण राशि व अन्य योजनाओ बारे विस्तार से बताया और वृद्धावस्था पेंशन, निशक्त पेंशन,विधवा पेंशन, अन्य काफी योजनाओं के फॉर्म भी निशुल्क बाटे, ओर इनमें लगने वाले जरूरी दस्तावेजो बारे भी विस्तार से बताया कैलाश ने महिलाओं के अधिकारों और सुरक्षा के बारे में जागरूक किया और वृद्ध जनों के सम्मान बारे बताया कि वर्धजनो के लिये कानून बना हुआ है कि उनके बच्चे उनकी सेवा करेंगे, व अन्य अधिकारों बारे में भी बताया ओर कहा कि बुजुर्गों की सेवा करना हमारा दायित्व है न कि उपकार और बताया कि अगर किसी की सेवा नहीं हो रही है और वह अपने बच्चों से पीड़ित है तो कानून के तहत अधिकार प्राप्त है की वे जीवन यापन खर्च बच्चो से ले सकते हैं अधिवक्ता ने अन्य सामाजिक जानकारी देते हुए महिलाओं के रोजगार बारे में सुझाव दिए कि आज महिलाएं अपने घरों में रहते हुए कार्य करके अपने घर का खर्चा चला सकती है आज के कार्यक्रम में संस्था के कार्यकर्ता उत्तम कुमार पूजा देवी, नीलम देवी, कविता, कविता गांव झाड़ली की अन्य सैकड़ों महिलाएं शामिल रही
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें