ग्राम समाचार बौंसी बांका।
बौंसी हंसडीहा स्टेट हाईवे पर ओवरलोड ट्रकों के परिचालन का सिलसिला बदस्तूर जारी है। जबकि जिला प्रशासन की ओर से कानूनी तौर पर सख्त निर्देश दिया गया है कि, ओवरलोडेड ट्रक को चिन्हित कर स्थानीय थाना के द्वारा कड़ी कार्यवाही की जाए। परंतु यह सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। खुलेआम ओवरलोडेड ट्रकों को भलजोर बॉर्डर पास कराकर बिहार की सीमा में प्रवेश कराया जाता है। मजिस्ट्रेट एवं प्रशासन की तैनाती होने के बावजूद भी ओवरलोड ट्रक चाहे वह
ओवरलोड गिट्टी हो या बालू लदा हो। इसे पास होते देखा जा रहा है। इसी क्रम में गुरुवार को एक ओवरलोड गिट्टी लगा ट्रक भलजोर बॉर्डर पास कर बौंसी दुमका रोड आते देखा गया। उस ट्रक के ओवरलोड के कारण टायर भ्रष्ट हो गया था। बौंसी में उसे टायर खरीदते देखा गया। टायर बदलने के बाद वह पुनः बौंसी बाजार होते हुए भागलपुर की ओर चला गया। मालूम हो कि, जिला प्रशासन के इतने कड़े निर्देश के बावजूद भी ऐसे ओवरलोड ट्रक को रात हो या दिन उसे पास कराया जाता है। यह वही कहावत आती है कि, "सैंया भईल कोतवाल अब डर काहे का" निर्देश के बावजूद भी शख्ती नहीं बरती जा रही है। ऐसे ओवरलोड ट्रैकों को स्थानीय प्रशासन के द्वारा नहीं रोका जाता है। मगर वहीं दूसरी ओर छोटी-छोटी वाहनों को रोककर जांच किया जाता है और उन्हें परेशान किया जाता है। जिससे आम जनता को काफी परेशानी होती है। सुबह-सुबह मेला ग्राउंड होते हुए बौंसी सबलपुर मार्ग पर दर्जनों ओवरलोड बालू लदे हाईवा को एवं ट्रकों को भी देखा जाता है। परंतु स्थानीय प्रशासन का इस ओर जरा भी ध्यान नहीं है। अब सवाल यह उठता है कि, भालजोर चेक पोस्ट पर मजिस्ट्रेट एवं पुलिस की तैनाती के बावजूद भी, ओवरलोड ट्रक बौंसी मार्केट में कैसे प्रवेश कर जाता है। शराब लदे वाहनों को गुप्त सूचना के आधार पर पकड़ लिया जाता है। मगर ओवरलोड ट्रक को नहीं पकड़ा जाता है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि, जब तक स्थाई तौर पर कोई इंतजाम नहीं किया जाता तब तक, ओवरलोडिंग पर रोक लगा पाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है।
कुमार चंदन, ग्राम समाचार संवाददाता,बौंसी।
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