ग्राम समाचार, भागलपुर। भागलपुर स्थित तिलकामांझी शहीद स्थल से गुरुवार को मिट्टी सत्याग्रह की शुरुआत की गई। इस कार्यक्रम के तहत देश भर से महत्वपूर्ण जगहों और आंदोलन की भूमि से मिट्टी संग्रहित कर दिल्ली भेजा जायेगा। 6 अप्रैल को यह मिट्टी सिंधु और टिकरी बॉर्डर के किसान आंदोलनकारिओं को सौंपी जायेगी। मिट्टी सत्याग्रह को संबोधित करते हुए उदय ने कहा कि बाबा तिलका मांझी का आंदोलन प्रथम स्वतंत्रता आंदोलन भी था और किसान आंदोलन भी। बाबा तिलका मांझी ने कहा था यह धरती सिंग बोंगा (सूर्य भगवान) की देन है, अर्थात जमीन प्राकृतिक धरोहर तो टैक्स कैसा और उन्होंने अंग्रेजों को टैक्स देने से मना किया। तिलका मांझी को यहीं फांसी हुई थी। उसी पवित्र स्थल की मिट्टी दिल्ली भेजी जा रही है। इसके अलावा शंकरपुर जहां 513 बीघे जमीन आंदोलन कर किसानों में बांटी गई। गंगा की जमींदारी के खिलाफ लड़े गये संघर्ष की भूमि कागजी टोला के गंगा किनारे की मिट्टी दिल्ली भेजी जायेगी। मिट्टी सत्याग्रह स्थल पर राहुल संजय कुमार, नीरज कुमार, अभिषेक ज्ञानरंजन आदि ने भी अपनी बातें रखी।
Bhagalpur News:तिलकामांझी शहीद स्थल से हुई मिट्टी सत्याग्रह की शुरुआत
ग्राम समाचार, भागलपुर। भागलपुर स्थित तिलकामांझी शहीद स्थल से गुरुवार को मिट्टी सत्याग्रह की शुरुआत की गई। इस कार्यक्रम के तहत देश भर से महत्वपूर्ण जगहों और आंदोलन की भूमि से मिट्टी संग्रहित कर दिल्ली भेजा जायेगा। 6 अप्रैल को यह मिट्टी सिंधु और टिकरी बॉर्डर के किसान आंदोलनकारिओं को सौंपी जायेगी। मिट्टी सत्याग्रह को संबोधित करते हुए उदय ने कहा कि बाबा तिलका मांझी का आंदोलन प्रथम स्वतंत्रता आंदोलन भी था और किसान आंदोलन भी। बाबा तिलका मांझी ने कहा था यह धरती सिंग बोंगा (सूर्य भगवान) की देन है, अर्थात जमीन प्राकृतिक धरोहर तो टैक्स कैसा और उन्होंने अंग्रेजों को टैक्स देने से मना किया। तिलका मांझी को यहीं फांसी हुई थी। उसी पवित्र स्थल की मिट्टी दिल्ली भेजी जा रही है। इसके अलावा शंकरपुर जहां 513 बीघे जमीन आंदोलन कर किसानों में बांटी गई। गंगा की जमींदारी के खिलाफ लड़े गये संघर्ष की भूमि कागजी टोला के गंगा किनारे की मिट्टी दिल्ली भेजी जायेगी। मिट्टी सत्याग्रह स्थल पर राहुल संजय कुमार, नीरज कुमार, अभिषेक ज्ञानरंजन आदि ने भी अपनी बातें रखी।
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