इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय, मीरपुर और हरियाणा राज्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद के सहयोग से चल रहे राष्ट्रीय विज्ञान सप्ताह (नवोन्मेष) के समापन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ. ए.के.चावला रहे, वहीं पूर्व कुलसचिव डॉ. भगवान सिंह चौधरी विशिष्ट अतिथि एवं जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय से प्रोफेसर दीपक शर्मा मुख्य वक्ता रहे। कार्यक्रम का आरम्भ द्वीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया एवं कुलपति प्रो. एस.के.गक्खड़ ने शॉल एवं गुलदस्ते भेंटकर सभी मेहमानों का स्वागत किया। अपने अभिभाषण में प्रो. गक्खड़ ने कहा कि देश के आत्मनिर्भर बनने का सपना विज्ञान के द्वारा ही संभव हो सकता है, केवल कुछ सृजनात्मक मस्तिष्क भी सम्पूर्ण देश को बदलने की क्षमता रखते है, इसलिए विद्यार्थियों को अपने पाठयक्रम विषय के अतिरिक्त भी कुछ नया सीखने की ललक हमेेशा रखनी चाहिए। क्योंकि आने वाले समय मशीन लर्निंग एवं आर्टिफिशियल इंटलीजैंस का होने वाला है। मुख्य वक्ता प्रो. दीपक शर्मा ने कहा कि हमें सफलता के लिए अपनी सोच को बड़ा रखना होगा।विज्ञान एक प्रगतिशील विषय है जो मस्तिष्क का विकसित करता है। इसलिए विज्ञान का विकास सम्पूर्ण देश का विकास है। डॉ. भगवान सिंह चौधरी ने भी वर्तमान युग में विज्ञान की सार्थकता विषय पर अपने विचार रखे। मुख्य अतिथि प्रो. ए.के. चावला विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि आपको सकारात्मक नजरिया रखना चाहिए और जो अपने अन्दर छिपी हुई प्रतिभा है, उसकी पहचान करके उसे और निखारना चाहिए। कुलसचिव महोदया प्रो. ममता कामरा ने कार्यक्रम के सफल आयोजन पर बधाई देते हुए उन्होंने भविष्य में भी इस प्रकार के कार्यक्रम के आयोजन की शुभकामनाऐं दी।इस अवसर पर मेडिकल एण्ड हेल्थ केयर विषय पर फॉर्मेसी विभाग से डॉ. सुनिल कुमार, बीना कुमारी एवं संगीता के द्वारा लिखित पुस्तक का विमोचन भी कुलपति द्वारा किया गया। इस पुस्तक ने एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड मंे अपना नाम दर्ज कराया है। कुलपति ने इस उपलब्धी के लिए उन्हेें बधाई दी।
कार्यक्रम का समापन विभिन्न प्रतियोगिताओं जैसे क्विज से फिजिक्स से योगेश, फॉर्मेसी से नीतिन, जॅलोजी से पूजा, केमेस्ट्री से दृष्टि ने प्रथम, जूलोजी से अमीत कुमार, फॉर्मेसी से रितेश, बोटनी से छवी जैन ने द्वितीय, बोटनी से नेहा, जूलोजी से केशव व राहुल ने तृतीय तथा ऑन स्पोट पोस्टर मेंकिंग में पर्यावरण विज्ञान से मनीषा ने प्रथम, फिजिक्स से प्रियंका ने द्वितीय, बोटनी से रजनी ने तृतीय, तथा वाद-विवाद में फिजिक्स से राधिका ने प्रथम, केमेस्ट्री से रोहित ने द्वितीय, जुलोजी से केशव ने तृतीय, तथा स्लोगन राईंटिंग में पर्यावरण विज्ञान से मनीषा सैनी ने प्रथम, बॉयोटेक से ममता व प्राशी ने द्वितीय व तृतीय क्रमशः तथा साईंटिफिक पोस्टर प्रेजेंटशन ने जुलोजी से केशव ने प्रथम, फॉर्मेसी से नीतिन, अंकित ने द्वितीय, जुलोजी से मुस्कान, फिजिक्स से मीनाक्षी व बोटनी से योगेश शर्मा ने तृतीय आदि के विजेताओं को पुरस्कार वितरण के साथ हुआ। अन्त में डॉ. सुनिल कुमार, फॉर्मेसी विभागाध्यक्ष ने सभी का धन्यवाद किया। इस अवसर पर प्रो. एस.एस. चाहर, डॉ. सुरजीत डबास, डॉ. रश्मि पुंडीर,डॉ. सुनील कुमार, फिजिक्स तथा विभिन्न संकायों के अध्यापक उपस्थित रहे।
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