Bhagalpur News:"चमत्कार नहीं विज्ञान है ये" कार्यक्रम का आयोजन
ग्राम समाचार, भागलपुर। पीस सेंटर परिधि द्वारा "राष्ट्रीय विज्ञान दिवस" के अवसर पर रविवार को "चमत्कार नहीं विज्ञान है ये" कार्यक्रम का आयोजन लाजपत नगर, दाऊदबाट में किया गया। इस मौके पर विज्ञान के संबंध में लोगों को जागरूक किया गया। अंधविश्वास और अवैज्ञानिक विचारों को समाज से खत्म करने के उद्देश्य से कार्यक्रम में विज्ञान के कुछ ट्रिक प्रदर्शित किया गया और बताया गया कि किस प्रकार रसायनिक अभिक्रिया के कारण ऐसी घटनाएं होती है। लेकिन लोग उसे जादू टोना या करतूत समझ लेते हैं और लोग डायन ओझा जैसे अवैज्ञानिक बातों में विश्वास कर लेते हैं। इस मौके पर परिधि की लाडली राज ने कहा कि विज्ञान और शिक्षा समाज का पहिया होता है। जब हम शिक्षित होते हैं और वैज्ञानिक सोच ग्रहण करते हैं, तभी हम समाज का विकास कह पाएंगे। सार्थक भरत ने कहा कि बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर ने शिक्षित बनो का नारा इसीलिए दिया था कि लोग अंधविश्वास और पाखंडों में अपना समय श्रम और धन व्यर्थ ही खर्च ना करें। जब लोग शिक्षित होंगे तभी विज्ञान को समझ पाएंगे और कर्मकांड जादू टोना से दूर हो पाएंगे। राष्ट्र सेवा दल से जुड़ी दीपप्रिया ने बात रखते हुए कहा कि घर राष्ट्र का विकास यहां के नागरिकों, बच्चों, बूढ़ों, औरतों सबके विचारों की कसौटी पर ही निर्धारित हो सकती है। जिस देश में लोग जितना अधिक वैज्ञानिक सोच वाले होंगे वह देश उतना अधिक विकसित हो पाएगा। इस मौके पर राहुल एवं सार्थक भारत ने विज्ञान व रसायन के प्रयोग द्वारा कई अचंभित कर देने वाले प्रयोग दिखाये। जैसे- बिना दियासलाई के ही हवन कुंड में आग लगा देना, नारियल पर जल चढ़ाते ही धू-धू कर नारियल जलने लगना, त्रिशूल को जिह्वा के आर-पार कर देना, अंडा के अंदर सुई पहुंचा देना आदि -आदि। अक्सर इस तरह के ट्रिक का इस्तेमाल कर ओझा गुणी आम लोगों को ठगते हैं। लोगों के जान जोखिम में डाल देते हैं। इस अवसर पर अशोक राम, प्रीति कुमारी, राजू दास, पिंटू रजक, गुड्डू दास, दीपक कुमार, रिंकू रजक, राहुल पासवान आदि मौजूद थे।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें