रेवाडी। दिल्ली-जयपुर हाईवे पर साबी पुल के पास दिल्ली के लिए कूच कर रहे किसानों को पूर्व मंत्री कैप्टेन अजय सिंह यादव ने पंहूचकर समर्थन देते हुए कहा कि आंदोलनरत किसानों की आवाज दबाने का प्रयास किया जा रहा है। क्या अब किसान अपने हक के लिए शांतिपूर्ण तरीके से आवाज भी नही उठा सकते ? यहां पुलिस द्वारा किसानों पर लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोडने की कडे शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि इस आंदोलन में 40 से अधिक किसान भाई अपनी जान गंवा चूके हैं, इसके बावजूद यह निर्दयी सरकार किसानों पर अत्याचार करना कम नही कर रही है। ऐसी कडाके की सर्दी में किसानों पर पर पानी की बौछारें व आंसू गैस के गोले छोडना अंग्रेजों की याद दिलाती है। हरियाणा सरकार किसान पर ऐसे अत्याचार कर रही है जैसे देश आजाद होने से पहले क्रांतिकारी नेताओं को अंग्रेज गिरफ्तार किया करते थे। इस दमनकारी सरकार से भी जल्द देश और प्रदेश को आजादी मिलेगी। यादव ने कहा कि मैं भी पहले किसान हूं बाद में राजनीतिज्ञ हूं। मेरी दक्षिणी हरियाणा के किसान भाईयों से अपील है कि सभी एक होकर इस आंदोलन का हिस्सा बने। यह लडाई 130 करोड भारतीयों की है। इसमें किसान भाईयों को अकेला न छोडे।
Rewari News : कैप्टन अजय यादव ने किसान आंदोलन को दिया समर्थन, कहा-कांग्रेस पार्टी इस आंदोलन में किसानो के साथ खड़ी
कांग्रेस पार्टी इस आंदोलन में किसान भाईयों के साथ है। जरूरत पडी तो हम भी गिरफ्तारी देने के लिए तैयार हैं, लेकिन इस तानाशाही सरकार से दबने वाले नही हैं। कांग्रेस पार्टी लगातार इन तीन काले कानूनों के खिलाफ हर स्तर पर लडाई लड रही है। कांग्रेस पार्टी इस काले कानूनों के खिलाफ किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खडी है। यादव ने बताया कि आगामी 7 जनवरी को कांग्रेस पार्टी की प्रदेश अध्यक्षा कुमारी शैलजा भी रेवाडी में किसान भाईयों से मिलने व उनको समर्थन देने आ रही हैं। पूर्व मंत्री ने कहा कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है, जिसमें हर किसी को अपनी आवाज उठाने, शांति पूर्वक प्रदर्शन करने का मौलिक हक है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी जी ने भी हमें ये रास्ता दिखाया था। लेकिन मौजूदा सरकार लोकतंत्र में मिले इस मौलिक अधिकार को भी जबरदस्ती छीनने का काम कर रही है। हरियाणा सरकार यहां किसानों की आवाज को कुचलने के लिए ओछे हथकंडे अपना रही है। जिससे सरकार की तानाशाही साफ झलक रही है। जिसे कांग्रेस पार्टी कभी बर्दाश्त नही करेगी। जब तक भाजपा सरकार इन कानूनों को वापिस नही लेती है, ये आंदोलन जारी रहेगा।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें