रेवाड़ी, 5 जनवरी। अतिरिक्त उपायुक्त राहुल हुड्डïा ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए है कि ई-संजीवनी का ज्यादा से ज्यादा प्रचार-प्रसार करें, इसके लिए आशा वर्कर्स व पंचायतों की सहायता भी लें। एडीसी राहुल हुड्डïा आज जिला सचिवालय सभागार में ई-संजीवनी के बारे में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक ले रहे थे। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले में ई-संजीवनी ओपीडी शुरू की गई है। जिसके माध्यम से नागरिक घर बैठे ही सोमवार से शनिवार तक सुबह 10 बजे से दोपहर एक बजे तथा सायं 3 बजे से 5 बजे तक स्वास्थ्य संबंधित परामर्श ले सकते हैं। यदि आप किसी बीमारी से पीडि़त हैं या फिर गर्भवती महिला हैं तो आपको थोड़ी बहुत तकलीफ होने पर उपचार के लिए अब नागरिक अस्पताल आने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि परमार्श लेने के लिए अपने मोबाइल में ई-संजीवनी के नाम से एप डाउनलोड करने के बाद उसे यह सुविधा मिलनी शुरू हो जाएगी। अगर डाक्टर से परामर्श लेना है तो 1075 या फिर 85588-93911 पर संपर्क कर सकते है।
Rewari News : ऑनलाईन परामर्श के लिए ई-संजीवनी ओपीडी शुरू, घर बैठे ऐप के माध्यम से स्वास्थ्य संबंधी परामर्श ले : ADC
राहुल हुड्डïा ने कहा कि इसके लिए मरीज को अपने एंड्राइड फोन पर ई-संजीवनी ऐप डाउनलोड करना होगा। इसके बाद एप पर ही अपने मोबाइल नंबर का रजिस्ट्रेशन कर अपनी तकलीफ बतानी होगी। इस सेवा का लाभ लेने के लिए नागरिकों को अपने स्मार्ट फोन से रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। जिसके बाद वीडियो कॉलिग या वेब कैमरे के जरिये रोगी से चिकित्सक बात करके उचित दवाई बताएंगे। संबंधित डॉक्टर टेलीकॉन्सल्टेशन के जरिये मरीज से बात करेगा और उसे क्या-क्या एहतियात बरतनी है, इन सबके बारे में परामर्श तो देगा ही, इसके साथ-साथ उसे कौन सी दवाई की आवश्यकता है इसके बारे में भी बताएगा। एडीसी ने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए शुरू की गई सेवाएं बीमार मरीज व गर्भवती महिलाएं अस्पताल आने पर कोरोना संक्रमित न हो। इसलिए ई-संजीवनी ओपीडी शुरू की गई है। कोरोना संक्रमित होने पर ज्यादा दिक्कत गंभीर बीमारियों से पीडि़त मरीजों व गर्भवती महिलाओं को होती है। इसके अलावा सबसे ज्यादा डाक्टरी परामर्श की उन्हीं को जरूरत पड़ती है। इन सब को ध्यान में रखते हुए सरकार ने ऐसे मरीजों को ई-संजीवनी ओपीडी पर उपचार मुहैया करवाने का फैसला लिया है। मरीज को सिर्फ ई-संजीवनी एप डाउनलोड कर इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। ई-संजीवनी ओपीडी सरकार ने शुरू कर दी है। जिलावासी भी इस सेवा का लाभ उठा सकते है। इसके लिए बस मोबाइल में एक एप्लीकेशन डाउनलोड करनी है। उसके बाद उसे अपनी तकलीफ बनानी होगी। गर्भवती महिलाओं के लिए यह एप अधिक कारगर साबित होगी। बैठक में प्रोजैक्ट के माध्यम से ऐप डाउनलोड की प्रक्रिया व डाक्टर्स से परामर्श लेने का डेमो भी दिखाया गया। इस बैठक में सीईओ जिला परिषद, त्रिलोक चंद, सीएमओ डॉ सुशील माही, एसएमओ डॉ विजय प्रकाश, कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास संगीता यादव सहित अन्य विभाग के अधिकारी भी उपस्थित रहें।
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