Pakur News: पाकुड़िया वंदना पर्व का शुभारम्भ से निखरेगी भाई बहन के असीम अनुराग
ग्राम समाचार, पाकुड़। पाकुड़िया भारतीय संस्कृति में लेाक पर्वों की महत्ता चिरकाल से रही है इसी विशिष्टता की गहरी झलक देश के सभी प्रदेशों में विशिष्टता पूर्ण मनाये जाने वाला त्योहारों में देखा जा रहा है। इस कडी में अपना झारखण्ड प्रदेश के संथाल समाज में सर्वाधिक महत्व पूर्ण एवम पावन पर्व है वंदना जिसे सोहराय भी कहते हैं । जिसकी सारी तैयारी की जा चुकी है और पर्व को 6 जनवरी से उल्लास पूर्ण ढंग से पूरे पाकुड़िया प्रखण्ड में मनाया जायेगा।छ दिवसीय त्योहार का उत्साह भरा समापन सकरात को होगा।वंदना पर्व मूलत भाई बहनों के अप्रतिम स्नेह भरा त्योहार है । जो कई आयामों से पावनता पूर्व अपनी सांस्कृतिक छटा विखेरता हुआ चलता है।त्योहार के पहले गो टंडी की सफाई घरों की साफ सफाई रंगाई पुताई और फिर अपनी प्रिय बहन को बड़े आदर के साथ मैके लाना,सम्मान करना प्रमुख है। धार्मिक लोक मंगलगीत संगीत,नृत्य के माध्यम से संथाली समाज सांस्कृतिक पवित्र रीति रिवाज से प्रकृति की पूजा करते हैं।पूरी उमंग उत्साह से पर्व का श्री गणेश हो चुका है।
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