ग्राम समाचार गोड्डा, ब्यूरो रिपोर्ट:- ग्रामीण विकास ट्रस्ट-कृषि विज्ञान केंद्र के सभागार में "गरीब कल्याण रोजगार अभियान" के अन्तर्गत प्रवासी श्रमिकों के जीविकोपार्जन हेतु "दक्षता विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम" के तहत "बकरी पालन" विषय पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का सफलतापूर्वक समापन हो गया। सभी प्रवासी श्रमिकों को फेस मास्क के साथ सामाजिक दूरी के नियमानुसार सभागार में बैठाया गया। प्रवासी श्रमिकों हेतु यह आखिरी प्रशिक्षण कार्यक्रम था। गरीब कल्याण रोजगार अभियान का शुभारंभ 20 जून को माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा किया गया था। गरीब कल्याण रोजगार अभियान के अन्तर्गत "दक्षता विकास प्रशिक्षण" कार्यक्रम के तहत कुल सोलह प्रशिक्षण निम्नलिखित विषयों बकरी पालन, मुर्गी पालन, मशरूम उत्पादन, उच्च मानक सब्जी उत्पादन तकनीक, पोषण वाटिका, फलों एवं सब्जियों का प्रसंस्करण और मूल्य संवर्द्धन, केंचुआ खाद उत्पादन तकनीक रोजगारपरक विषयों पर कुल 560 प्रवासी श्रमिकों को प्रशिक्षित किया गया। वरीय वैज्ञानिक-सह-प्रधान डाॅ0 रविशंकर ने प्रवासी श्रमिकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि बकरी पालन का व्यवसाय प्रवासी श्रमिकों के लिए स्वरोजगार अपनाने का एक अच्छा साधन है। प्रवासी श्रमिक बकरी पालन का प्रशिक्षण प्राप्त करके बैंक से लोन लेकर घर पर ही 10-12 बकरी-बकरे की यूनिट लगाकर लघु स्तर पर रोजगार की शुरूआत करें तथा अपनी अामदनी में वृद्धि करें। पशुपालन वैज्ञानिक डाॅ0 सतीश कुमार ने प्रवासी श्रमिकों को बताया कि बकरियों को सल्फाडिमाडीन दवाई खिलाने से पतला पैखाना की समस्या से निजात मिल सकती है। बकरियों के आहार प्रबंधन हेतु हरा चारा जैसे-हाइड्रोपोनिक्स, अजोला, बरसीम, नेपियर, सूडान घास, सुबबूल, कटहल, सहजन के पौधे लगाने की विस्तृत जानकारी दी। प्रवासी श्रमिक जीतन मांझी एवं सोनालाल टुडू ने बकरी पालन के प्रशिक्षण सम्बन्धित अपने अनुभव साझा किया। इंडियन बैंक के वित्तीय साक्षरता पदाधिकारी अनूप कुमार ने किसान क्रेडिट कार्ड के विषय में बताया कि कैसे मात्र एक प्रतिशत ब्याज पर किसान क्रेडिट कार्ड से लोन प्राप्त कर सकते हैं और फसलों का बीमा करवा कर मुआवजा प्राप्त कर सकते हैं। प्रधानमंत्री जनधन योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, अटल पेंशन योजना की विस्तृत जानकारी दी। कृषि प्रसार वैज्ञानिक डाॅ0 रितेश दुबे ने धन्यवाद ज्ञापित किया। प्रवासी श्रमिकों को "बकरी पालन" विषयक पुस्तिका प्रमाण पत्र के साथ-साथ सुबबूल का पौधा वितरित किया गया। मौके पर डाॅ.सूर्यभूषण, डाॅ0 हेमन्त कुमार चौरसिया, डाॅ0प्रगतिका मिश्रा, डाॅ0अमितेश कुमार सिंह,रजनीश प्रसाद राजेश, राकेश रौशन कुमार सिंह, वसीम अकरम मौजूद रहे। गजाधर शर्मा, पप्पू शर्मा, भैरो सिंह, संजीव रजक, मो. शमशाद, मो0 गफ्फार, विष्णु मंडल समेत 35 प्रवासी श्रमिक प्रशिक्षण में सम्मिलित हुए।
GoddaNews: दक्षता विकास हेतु बकरी पालन प्रशिक्षण संपन्न
ग्राम समाचार गोड्डा, ब्यूरो रिपोर्ट:- ग्रामीण विकास ट्रस्ट-कृषि विज्ञान केंद्र के सभागार में "गरीब कल्याण रोजगार अभियान" के अन्तर्गत प्रवासी श्रमिकों के जीविकोपार्जन हेतु "दक्षता विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम" के तहत "बकरी पालन" विषय पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का सफलतापूर्वक समापन हो गया। सभी प्रवासी श्रमिकों को फेस मास्क के साथ सामाजिक दूरी के नियमानुसार सभागार में बैठाया गया। प्रवासी श्रमिकों हेतु यह आखिरी प्रशिक्षण कार्यक्रम था। गरीब कल्याण रोजगार अभियान का शुभारंभ 20 जून को माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा किया गया था। गरीब कल्याण रोजगार अभियान के अन्तर्गत "दक्षता विकास प्रशिक्षण" कार्यक्रम के तहत कुल सोलह प्रशिक्षण निम्नलिखित विषयों बकरी पालन, मुर्गी पालन, मशरूम उत्पादन, उच्च मानक सब्जी उत्पादन तकनीक, पोषण वाटिका, फलों एवं सब्जियों का प्रसंस्करण और मूल्य संवर्द्धन, केंचुआ खाद उत्पादन तकनीक रोजगारपरक विषयों पर कुल 560 प्रवासी श्रमिकों को प्रशिक्षित किया गया। वरीय वैज्ञानिक-सह-प्रधान डाॅ0 रविशंकर ने प्रवासी श्रमिकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि बकरी पालन का व्यवसाय प्रवासी श्रमिकों के लिए स्वरोजगार अपनाने का एक अच्छा साधन है। प्रवासी श्रमिक बकरी पालन का प्रशिक्षण प्राप्त करके बैंक से लोन लेकर घर पर ही 10-12 बकरी-बकरे की यूनिट लगाकर लघु स्तर पर रोजगार की शुरूआत करें तथा अपनी अामदनी में वृद्धि करें। पशुपालन वैज्ञानिक डाॅ0 सतीश कुमार ने प्रवासी श्रमिकों को बताया कि बकरियों को सल्फाडिमाडीन दवाई खिलाने से पतला पैखाना की समस्या से निजात मिल सकती है। बकरियों के आहार प्रबंधन हेतु हरा चारा जैसे-हाइड्रोपोनिक्स, अजोला, बरसीम, नेपियर, सूडान घास, सुबबूल, कटहल, सहजन के पौधे लगाने की विस्तृत जानकारी दी। प्रवासी श्रमिक जीतन मांझी एवं सोनालाल टुडू ने बकरी पालन के प्रशिक्षण सम्बन्धित अपने अनुभव साझा किया। इंडियन बैंक के वित्तीय साक्षरता पदाधिकारी अनूप कुमार ने किसान क्रेडिट कार्ड के विषय में बताया कि कैसे मात्र एक प्रतिशत ब्याज पर किसान क्रेडिट कार्ड से लोन प्राप्त कर सकते हैं और फसलों का बीमा करवा कर मुआवजा प्राप्त कर सकते हैं। प्रधानमंत्री जनधन योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, अटल पेंशन योजना की विस्तृत जानकारी दी। कृषि प्रसार वैज्ञानिक डाॅ0 रितेश दुबे ने धन्यवाद ज्ञापित किया। प्रवासी श्रमिकों को "बकरी पालन" विषयक पुस्तिका प्रमाण पत्र के साथ-साथ सुबबूल का पौधा वितरित किया गया। मौके पर डाॅ.सूर्यभूषण, डाॅ0 हेमन्त कुमार चौरसिया, डाॅ0प्रगतिका मिश्रा, डाॅ0अमितेश कुमार सिंह,रजनीश प्रसाद राजेश, राकेश रौशन कुमार सिंह, वसीम अकरम मौजूद रहे। गजाधर शर्मा, पप्पू शर्मा, भैरो सिंह, संजीव रजक, मो. शमशाद, मो0 गफ्फार, विष्णु मंडल समेत 35 प्रवासी श्रमिक प्रशिक्षण में सम्मिलित हुए।
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